कविता

वर्ण पिरामिड

1

क्रीड़ा / खेल
जो
रिश्ता
चोटिल
छल क्रीड़ा
हरता पीड़ा
बिसात बिछाये
कुलबुलाये कीड़ा {a}

तो
जोर
तापक
न्याय छक्का
रिश्वतों खेल
मुद्दई को जेल
आँख पे पट्टी बांधे {b}

2

शूल/काँटा
धू
शूल
कुबोल
खो श्री मोल
त्यूँ सिरमौर्य
पहरे का शौर्य
ज्यूँ गुलाब सेमल {a}

ज्यूँ
पैनी
दे भोंक
यश भाल
हत शिवत्व
क्षत स्व गुरुत्व
तृषा कांटे की नोक {b}

3

वैभव /ठाठ बाँट
स्व
साट
द्रोहाट
जंगी लाट
बिगड़ा माट
भ्रष्टाचार घाट
तुषाग्नि ठाठ बाट {a}

लौ
त्रान
प्राभव
स्वानुभव
सोमोदभव
भुवन वैभव
पंखुरी कैद भौंरा {b}

*विभा रानी श्रीवास्तव

"शिव का शिवत्व विष को धारण करने में है" शिव हूँ या नहीं हूँ लेकिन माँ हूँ

One thought on “वर्ण पिरामिड

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी विभा जी, अति सुंदर वर्ण पिरामिड के लिए आभार.

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