गीतिका/ग़ज़ल

तुम्हारे नाम लिखेंगे

हर गीत और कविता तुम्हारे नाम लिखेंगे
जो कुदरत ने दिया वो तुम्हें इनाम लिखेंगे।

ज्ञान हमें छंद-बंधों का नही लेकिन ं
सीधे शब्दों में दिल का पैगाम लिखेंगे।

नही समझ पाते हो तुम जो मेरा मौन निमन्त्रण
अब हाल-ए-दिल हम भी सर-ए-आम लिखेंगे।

तुम्हारे ग़ज़लों में चाहें ना हो कोई ज़िक्र मेरा
अपने लफ़्ज़ों में तुझे सुबह शाम लिखेंगे।

मर जाएंगे छोड़ा जो तुमने कभी साथ मेरा
तुम पर ही अपने क़त्ल का इलज़ाम लिखेंगे।

सुमन शर्मा

नाम-सुमन शर्मा पता-554/1602,गली न0-8 पवनपुरी,आलमबाग, लखनऊ उत्तर प्रदेश। पिन न0-226005 सम्प्रति- स्वतंत्र लेखन प्रकाशित पुस्तकें- शब्दगंगा, शब्द अनुराग सम्मान - शब्द गंगा सम्मान काव्य गौरव सम्मान Email- rajuraman99@gmail.com