कविता

कविता :हर वक़्त…. हद से ज्यादा, तुम याद हमें आते हो !!

अक्स बन के मेरा
संग रहते हो, इस दिल में !
ख्यालों की मेरे रेखा
तुम पार कर जाते हो !
हर वक़्त….
हद से ज्यादा, तुम याद हमें आते हो !!

सताएँ हैं तन्हाईयाँ
अब पहले से भी ज्यादा !
अपनी आँखों की कशिश से
दबे जज्बात जगाते हो !
हर वक़्त….
हद से ज्यादा, तुम याद हमें आते हो !!

दबे – दबे से अरमां
अब जागने लगे हैं !
बढ़ जाती है ये धड़कन
जब बाहों में समाते हो !
हर वक़्त….
हद से ज्यादा, तुम याद हमें आते हो !!

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed