गीतिका/ग़ज़ल

जागो हिन्दूस्तान!!

वक्त की पुकार !!

चलो उठो,जागो मेरे प्यारो,
अब है जान खतरे में ।
यहाँ जागे है अब शैतान ,
है हिन्दूस्थान खतरे मे ।।

हमेशा मौन रहना ही,
कभी होता नहीं अच्छा ।
उठे हथियार अब हाथों मे,
जब हो आन -बान खतरे मे।।

कमर कस लो कि अब,
चारों तरफ शैतान फैले है।
अपना है देश खतरे मे,
है अपना सम्मान खतरे मे।।

कि अभी वक्त है संभलो,
उठो जय श्री राम तो बोलो।
अगर अब भी नहीं चेते तो,
सूनो ,है औलाद खतरे मे ।।

लगेंगे जब ठेर अस्थि के,
या बहेगे खून बच्चो के।
तब आंख खोलोगे ,अभी,
है हिन्दूस्तान खतरे मे ।।

जय हिन्द
जय भारत!
हृदय जौनपुरी

हृदय नारायण सिंह

मैं जौनपुर जिले से गाँव सरसौड़ा का रहवासी हूँ,मेरी शिक्षा बी ,ए, तिलकधारी का का लेख जौनपुर से हुई है,विगत् 32 बरसों से मैं मध्यप्रदेश के धार जिले में एक कंपनी में कार्यरत हूँ,वर्तमान में मैं कंपनी में डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत हूँ,हमारी कंपनी मध्य प्रदेश की नं-1 कम्पनी है,जो कि मोयरा सीरिया के नाम से प्रसिद्ध है। कविता लेखन मेरा बस शौक है,जो कि मुझे बचपन से ही है, जब मैं क्लास 3-4 मे था तभी से