लघुकथा

पार्सल।

अवि दरवाजा खोलने के लिए उठा ही था कि रीना भागती पहले आ गई, वो… मेरा पार्सल आना था ” रीना की आवाज़ और चेहरे के भाव साफ़ बता रहे थे कि वो नहीं चाहती कि अवि को पता चले कि क्या है। अवि वापिस अपने काम में व्यस्त हो गया, रीना पार्सल लेकर सीधे अपने कमरे में चली गई थी। सासु मां और रीना की ननद अमिता रीना को पार्सल को सब की आंखों से बचाते हुए चुपचाप देख रहे थे। अमिता की शादी को कुछ दिन ही बाकि थे वो भी भाभी को आनलाइन सामान मंगवाने को कह रही थी पर रीना ने कोई जवाब नहीं दिया था।रीना की बहन की भी शादी साथ साथ ही थी वो अक्सर रीना से फोन पर या विडियो कालिंग कर के सामान लाने या आनलाइन मंगवाने को कहती थी।
कामनी गुप्ता***
जम्मू !

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |