धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

विशेष सदाबहार कैलेंडर-145

1.Everything is easy, when you are CRAZY about it.
And nothing is easy when you are LAZY about it.

2.Everything you need is already inside you.
Don’t wait for others to light your fire,
You have your own matches.

3.Take life day by day,
And be grateful for the little things,
Don’t get stressed over what you can’t control.

4.The best translator is the one,
Who can translate someone’s silence into a smile.

5.Risk is my life,
Possible is my hope,
Impossible is my enemy,
Dangerous is my game,
Come with me,
Because my name is ”SUCCESS”,
Follow me.

6.ज़िंदगी संभालने को तो ज़िंदगी पड़ी है,
वो लम्हा संभाल लो जहाँ ज़िंदगी खड़ी है.

7.न थके कभी पैर न हिम्मत हारी है,
जज्बा है परिवर्तन का ज़िंदगी में,
इसलिये सफर जारी है.

7.चिराग डसती हुई आंधियाँ भी आयेंगी,
अगर सफर है तो दुश्वारियाँ भी आयेंगी,
अभी तो नाव किनारे है, फैसला न कर,
जरा बढ़ोगे तो गहराइयाँ भी आयेंगी,
मैं मौसम का थका हूँ, मुझे हकीर न जान,
मेरे शजर में कभी पत्तियाँ भी आयेंगी,
मुझे करीब से पढ़ सरसरी नजर से न देख,
मेरी किताब में दिलचस्पियाँ भी आयेंगी.
(हकीर=बेचारा, शजर=सूखा पेड़)

8.वक्त, ऐतबार और इज्जत ऐसे परिंदे हैं,
जो एक बार उड़ जाएं, तो वापिस नहीं आते.

9.दुनिया का सबसे खूबसूरत पौधा,
”विश्वास का होता है.”
जो जमीन पर नहीं,
दिलों में उगता है.

10.लोग मंज़िल को मुश्किल समझते हैं,
हम मुश्किल को मंज़िल समझते हैं,
लोग ज़िंदगी को दोस्त और हम,
दोस्त को ज़िंदगी समझते हैं.

11.समय और जिंदगी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं,
जिंदगी समय का सदुपयोग करना सिखाती है
और समय हमें जिंदगी की कीमत करना सिखाता है.

12.रात नहीं ख्वाब बदलता है,
मंज़िल नहीं कारवां बदलता है,
जज़्बा रखो हर दम जीतने का,
क्योंकि किस्मत चाहे बदले ना बदले,
“वक़्त” जरूर बदलता है!

13.जो पीछे खोया है,
उसे याद करने में समय बर्बाद मत करो,
आगे बढ़ो,
जीवन अतीत में यात्रा के लिए नहीं मिला है.

14.संबंधों का पौधा जब भी लगाओ,
जमीन को भी परख लेना,
क्योंकि सभी मिट्टी में,
रिश्तों को उपजाऊ बनाने की आदत नहीं होती.

15.जिंदगी मुश्किल नहीं है, साहस की ललकार है,
इसे साहस से संभालिए, यह समय की पुकार है.

16.बचपन और आज में फासला कितना है,
दो लफ़्ज़ कहने में भी लगता समय आज है.

17.लोगों के पास बहुत कुछ है,
मगर मुश्किल यह है कि,
भरोसे पर शक है और अपने शक पर भरोसा है.

18.सफलता हमेशा अच्छे विचारों से आती है,
अच्छे विचार अच्छे लोगों के संपर्क से आते हैं,
मुझे गर्व है को मैं आप सभी के सम्पर्क में हूं.

19.छोटी-छोटी खुशियां ही तो जीने का सहारा बनती हैं,
ख्वाहिशों का क्या, वो तो पल-पल बदलती हैं.

20.हम कांटों से नहीं डरते, इसलिए गुलाब लगाते हैं,
हम गमों से नहीं घबराते, इसलिए उत्सव मनाते हैं.

21.हर कोशिश में शायद सफलता न मिल पाये…..!
लेकिन
हर सफलता का कारण कोशिश ही होता है…!!

22.न संघर्ष न तकलीफें,
फिर क्या मजा है जीने में,
तूफान भी रुक जाएगा,
जब लक्ष्य रहेगा सीने में.

23.पसीने की स्याही से लिखे पन्ने, कभी कोरे नहीं होते,
जो करते हैं मेहनत-दर-मेहनत, उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते.

24.सुख-दुख जीवन की बगिया के दो पौधे हैं
और मनुष्य स्वयं उनका माली.

25.रिश्तों की खूबसूरती एक-दूसरे की बात बर्दाश्त करने में है,
खुद जैसा इंसान तलाश करोगे,
तो अकेले रह जाओगे.

26.जिंदगी में ऐसा कुछ करो,
काम दोनों का चलता रहे,
आंधियां भी चलती रहें
और दिया भी जलता रहे.

27.भुला दो, बीता हुआ कल,
दिल में बसाओ, आने वाला कल,
हंसो और हंसाओ, चाहे जो भी हो पल,
खुशियां लेकर आएगा, आने वाला कल.

28.घर को और दिल को भी वक्त से साफ़ करना जरूरी है,
क्योंकि मकान में बेमतलब सामान
और मन में बेमतलब गलतफहमियां भर जाती हैं.

29.भ्रम हमेशा….
रिश्तों को बिखेरता है….
और प्रेम से….
अजनबी भी बंध जाते है….
गलत सोच और गलत अंदाजा
इंसान को हर रिश्ते से
गुमराह कर देता है.

30.पुरानी शाख से पूछो कि जीना कितना मुश्किल है,
नए पत्ते तो बस अपनी अदाकारी में रहते हैं.

31.लोग कहते हैं बदलता है ज़माना सब को,
इंसान वो हैं जो ज़माने को बदल देते हैं.

प्रस्तुत है पाठकों के और हमारे प्रयास से सुसज्जित विशेष सदाबहार कैलेंडर. कृपया अगले विशेष सदाबहार कैलेंडर के लिए आप अपने अनमोल वचन भेजें. जिन भाइयों-बहिनों ने इस सदाबहार कैलेंडर के लिए अपने सदाबहार सुविचार भेजे हैं, उनका हार्दिक धन्यवाद.

हर सुबह एक नया सदाबहार अनमोल वचन निकालने के लिए आप हमारी इस ऐप कम वेबसाइट की सहायता ले सकते हैं-

https://www.sadabaharcalendar.com/

 

चलते-चलते

नया साल शुरु होने वाला है, जन्मदिन भी आने वाले हैं. इन दोनों विषयों पर 2से8 पंक्तियों के सुंदर-सकारात्मक अनमोल वचन लिख भेजें.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “विशेष सदाबहार कैलेंडर-145

  • लीला तिवानी

    आज के अनमोल वचन-

    1.जिंदगी में अच्छे बनने के लिए किसी डिग्री की जरूरत नहीं है,
    अच्छे शब्द ही इंसान को बादशाह बना देते हैं.

    2.जब आप गुजरे समय पर अफसोस कर रहे होते हैं,
    उस समय भी समय गुजर रहा होता है!

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