विशेषता
”एक कली कब खिलकर फूल बन जाती है, पता नहीं, यौवन कब आकर मुरझा जाता है, कुछ पता नहीं,” बात
Read More#ये_देश अब्दुल हमीद का है, अब्दुल कलाम का है, रसखान, वीर सावरकर, चन्द्रशेखर आजाद, भगतसिंह का है। ये देश हमारा
Read More#भूमिका_रामावतार_की #भाग-1…..#मानस भूमिका अर्थात आने वाली घटनाओं के लिए पृष्ठभूमि पूर्व से स्वतः ही बनने लगती है। गीता में भगवान
Read Moreघिरा हूँ, शंका के बादलों के बीच मुझे निकालो ना! डर है, कहीं डूब न जाऊँ खामोशी में मुझे सम्भालो
Read Moreउलझनें कम नहीं जिंदगी की बस बहुत हुआ अब इसे घटाओ ना, थक जाएं जो कभी हारकर तुम आकर गले
Read More1.अधाधुंध दरबार मां गदहा पंजीरी खांय. (उदारता का गलत फायदा उठाना ) 2.कत्त्थर गुद्दर सोवैं, मरजाला बैठे रोवैं. (कथरी गुदड़ी
Read Moreओ३म् परमात्मा ने जीवात्माओं को स्त्री या पुरुष में से एक प्राणी बनाया है। हम सामाजिक प्राणी हैं। हम समाज
Read More