मुक्तक/दोहा

प्यार

जीवन ने हमको दिया ,धोखे का अम्बार ,
पर हम लेते ही रहे ,उसे समझ कर प्यार।

रिश्ते होते हैं भले, गर उनमे हो प्यार ,
मतलब रखना दूर ही,जीवन का ये सार।

हार जीत का चल रहा ,वर्षों से व्यापार ,
कोई सट्टा कह रहा ,कोई कहता प्यार।

झूठ बोल के लूट लो,दूजों का दिल यार,
मीठे मीठे झूठ से ,बढ़ता हरदम प्यार।

हार जीत का चल रहा ,वर्षों से व्यापार ,
कोई सट्टा कह रहा ,कोई कहता प्यार।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328