कविता

गीत

मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता
मेरा जब मन उदास होता है
हर खुशी मिल जाती है
कोई जब मेरे पास होता है
जब तू मेरे पहलू में है
वह पल मेरे लिए खास होता है
रिश्ते मोहब्बत के पनपते तब हैं
एक दूसरे पर जब हमें विश्वास होता है
मोहब्बत किसी से की नहीं जाती
यह करिश्मा अनायास होता है
मुझे जब तुम मिलकर भी नहीं मिलते
मन टूट जाता है निराश होता है
मोहब्बत के लिए कुछ खास दिल महफूज़ होते हैं
उन्हीं को मोहब्बत का एहसास होता है
बराबर लगी हो आग दोनों तरफ
प्यार का रिश्ता उन्हीं को रास होता है
टूट कर चाहते हैं जो प्यार करते हैं
दिल से निभाते हैं जब तक सांस होता है
—कृष्ण सिंगला कोमल

कृष्ण सिंगला

बीए बीएड, रिटायर्ड अध्यापक पंजाब शिक्षा विभाग ,पत्नी स्वर्गीय पुष्पा देवी भी रिटायर्ड अध्यापिका थी।निवासी मंडी अहमदगढ़ जिला संगरूर पंजाब ।बेटी पंजाब शिक्षा विभाग में अंगरेज़ी लैक्चरार है।बेटा पंजाब बिजली बोर्ड में सुपरिन्टैंडिंग इंजीनियर है। पत्नी के देहांत के बाद दोराहा में रह रहे हैं। ई मेल singlakrishan870@gmail.com फोन नं:9417862459