लेखस्वास्थ्य

खैनी व तम्बाकू सेवन दंडित अपराध घोषित हो

आज के युवा शेर जैसा साहस रखते हैं, पर यही युवा इस अतिप्रगतिशील 21वीं सदी में खैनी, शराब, लड़की और सिगरेट की फूँके मारने जैसे अप्रगतिशील कार्य कर अपने जीवन को “बर्बाद” कर रहे हैं ।

क्या हम इसतरह के साहसी-युवा बनने जा रहे हैं, जो कि बहादुरी की शेखी बघारते हैं और अपने दिनचर्या को बदल नहीं कर पा रहे हैं तथा हम कहते हैं- “हम देश के भविष्य हैं !”

बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों में खैनी खाने का प्रचलन है । ऐसा सुना है, देश के प्रथम राष्ट्रपति, पूर्व रेल मंत्री से लेकर ग्रुप-डी कर्मी तक इसका सेवन किए हैं/करते हैं ! ’80 चुटकी, 90 ताल, खाके खैनी, जीओ 100 साल’ यह पंचलाइन बकवास के सिवाय और कुछ नहीं!

तम्बाकू-पत्ता और चूना से तैयार खैनी भी नशा है, जिनका लत ठीक नहीं है, इनसे भी गम्भीर रोग होते हैं और इस पर भी नशा सेवन की तरह रोक लगनी ही चाहिए ।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.