क्षणिका

5 चिरस्मरणीय क्षणिकाएँ

1.
 
कैटेलिस्ट
जली हुई रोटियाँ खाते हैं,
अगर मेरा घर पास होती,
तो मैं बना देती !
मेरी एक कैटेलिस्ट
शिक्षिका मित्र के आलोकश:।
2.
 
नियोजित दिवस
‘नियोजित’ को
सरकार
नहीं मानते शिक्षक,
फिर काहे को
‘शिक्षक दिवस’ !
 
3.
 
गुरु
ज़िन्दगी
हर रोज़ सिखाती है,
‘ज़िन्दगी’ से बड़ा
कोई ‘गुरु’ नहीं !
4.
 
औरों की विविधता
थर्मल पावर के विन्यस्त:
औरों के बहाने
औरों के सयाने
क्यों और कैसे ?
औरों के प्रसंगश: ।
 
5.
 
राजी
राजीनामा
और उसके बाद फिर-फिर
वृहदतम मिलनसार
औरों के प्रकार,
ब्यौरे विकार !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.