विविध

द्विअर्थी समझ का फेर

आपके समझने का फेर है, बन्धु !
‘अमानत’ का गाना सुना है— सुबह को लेती हूँ, शाम को लेती हूँ….
फिर अन्य गीत– चोली के पीछे क्या है, चुनरी के नीचे क्या है?….
हे डागडर बाबू, इंजेक्शन दे द….
वास्तव में गानों के शब्दार्थ या भावार्थ पर मत जाइए ! मानसिक रूप से परिपक्व बनिये ! आप जब पहली संतान के बाद दूसरी संतान के माता-पिता बने होंगे या बड़े भाई के बाद सबसे छोटे भाई आपको मिले होंगे, तो पहली संतान या फिर अग्रज तो बहुत-कुछ जान गए होंगे ! अब जब नवमी कक्षा से ही शरीर क्रिया विज्ञान शुरू हो गयी है, तो फिर आप अपने को कहाँ पाते हैं ?
विदित है, कुछ पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच रिश्ता स्थाई नहीं रह पाते, क्यों ? यह कितने दिनों तक निभ सकती है ? आखिर यह रिश्ता क्यों नहीं निभ सकती ! स्मार्टभेद व रंगभेद व नस्लभेद के कारण या….
तो क्या भारत में अभी भी रंगभेद व नस्लभेद है ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.