भजन/भावगीत

माँ सिद्धिदात्री

नवम रुप माँ जगदम्बे का
माँ सिद्धिदात्री कहलाती है,
शंख, चक्र,गदा, कमल
मैय्या धारण करती है।
कमल आसन पर विराजित माँ
कमलासनी भी कहलाती हैं,
सिंहवाहिनी मैय्या मेरी
सबको बहुत सुहाती है।
इनकी पूजा से भोले ने भी
सिद्धियाँ बड़ी प्राप्त किये,
सर्वसिद्धियाँ मिलती उसको
जो सिद्धिदात्री का ध्यान करे।
चर्तुभुजी माँ सिद्धिदात्री
सब मिल माँ का पूजन,ध्यान करें,
अष्टसिद्धि देने वाली माँ के
चरणों में हम सब शीष धरें।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921