कविता

कविता

वो क्या जाने

जीत का जायका

जिसने कभी हारी

न हो

अपनी जीती बाजी

क्योंकि

जीत

हार के

ही हासिल की

जा सकती है

बिना हारे

कोई जीत ही नहीं सकता

हार ही

बढ़ती

जायका

और जीतने

की इच्छा

पैदा करती है

कभी हारकर देखो

— अभिषेक जैन

अभिषेक जैन

माता का नाम. श्रीमति समता जैन पिता का नाम.राजेश जैन शिक्षा. बीए फाइनल व्यवसाय. दुकानदार पथारिया, दमोह, मध्यप्रदेश