कोई बात नहीं है
हम बिछुड़ कर भी
बंदे के साथ
और उद्दंडता
पेश करने के प्रति
चुभन के विन्यस्त:
आगे बढ़- बढ़
पीछे अटक- भटक जाने
और मुझे
उनसे भी अट्टहास कहने को
आतुर हैं,
क्योंकि शून्य में भी
सीख आगे बढ़
थामने को दृढ़तर है!
जिंदगी में यही कुछ
भटकाव है!
कल्याण तभी तो
आनेवाले समय में भी
इस तरह की
कोई कमी नहीं है
कि इस तरह की
कोई कमी नहीं होती
य़ह प्रक्रिया में
शामिल होने के
बाद भी नहीं है
कि इस तरह की
कोई बात नहीं है
कि वह अपने घर की
छत पर स्थित है
और इस तरह की
कोई बात
नहीं कर सकती !