क्षणिका

पूर्वाग्रह की हार

लोगों में मन में
जो भ्रांतियाँ हैं
और जिनसे हैं;
उन भ्रांतियों को
उसके समक्ष रखकर
‘पूर्वाग्रह’ पालने से
बचने चाहिए !
हमसब आजकल
मूतते कम हैं,
हिलाते हैं ज्यादा !
एक पुल्लिंग कहावत !
××××
स्वदेशी जरूरी?
किन्तु अगर
बारातियों का स्वागत
स्प्राइट, लिम्का
या कोकाकोला से न कर
‘सत्तू’ से करें,
तो कन्या पक्षवाले की
ख़ैर नहीं !
××××
मैं दूसरे के
बाप का ही नहीं,
अपने बाप का भी
अंधभक्त नहीं हूँ !
××××
शे’र लिखित
‘कागज’ को
बकरी चबा गयी
और उस बकरी को
जिस प्राणी ने खाया,
तब से वह प्राणी
‘शेर’ कहला रहा है !
भक मरदे !
××××
जब वो दो जने
आपस में
फुसफुसा कर
बातें करती हैं,
तो समझिए वो मुँह से
‘गैस’ छोड़ रही हैं !
तो आपमें
दुर्गन्ध सहने की
कितनी साहस है ?
××××
‘बेबाक’ कहने से
दोस्ती जाने का
भय रहता है,
किन्तु इस बेबाकी
या सच्चाई से
कोई अगर
दोस्ती खत्म कर रही है,
तो इस दोस्ती को
टूटने दीजिए !
××××

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.