सामाजिक

सरकार और क्रांति

यह नियति कहें या कुछ और परंतु सरकारों की अधिकांश शक्ति यथास्थिति बनाए रखने में ही चली जाती है। इसलिए सरकार से क्रांति की आशा रख कर हमें अकर्मण्य नहीं हो जाना चाहिए। अगर सौभाग्य से सरकार क्रांति का नेतृत्व करे तो उसमें अवश्य सहभागी बने पर स्वयं को क्रांतिदूत बनाकर एक उद्देश्य के लिए आजीवन संघर्ष करते रहना चाहिए। अब सरकार ने ही पहल की है तो सहभागी बनें। देशवासियों  कृपया ध्यान से सुनिए :-
भारत सरकार की HRD Ministry ने 15 दिन की अवधी तक भारत की शिक्षा में परिवर्तन हेतु सभी के सुझाव मांगें हैं । ये आपके पास बहुत कम समय है । आपको जो भी लगता है कि हमारी शिक्षा जिसको मैकाले बिगड़कर गया था उसमें क्या सुधार होने चाहिएँ ? उन सभी सुझावों को आप इस साईट पर rsc_ hrd@sansad.nic.in ईमेल कर सकते हैं । यदि आपको ये लगता है कि सुझाव क्या हो सकते हैं तो उसके लिए ये निचे लिखे उदाहरण बिंदुओं से सहायता ले सकते हैं :-
भारतीय शिक्षा में परिवर्तन हेतु कुछ सुझाव :-
1. जैसे इजरायल ने अपनी लुप्त प्रायः हिब्रू भाषा को पुनर्जीवित किया ठीक वैसे ही कक्षा 1 से लेकर 10 तक संस्कृत भाषा को प्रत्येक स्कूल में अनिवार्य किया जाए और संस्कृत भाषा पर विशेष धनराशी व्यय की जाए ।
2. भारतीय इतिहास का पुनर्लेखन हो, जिसमें कि इतिहास को प्रमाणिक तथ्यों पर जाँच कर रखा गया हो और मुग़लों, ईसाईयों और अन्य आक्रमणकारियों का महिमण्डन बन्द करके उनको लुटेरे, बर्बर, जंगली, मन्दिरों को तोड़ने वाले, महिलाओं के शील भंग करने वाले, भारत को अरबी खलीफाओं की आज्ञा पर इस्लामी देश खुरासान बनाने वाले ही दर्शाया जाए और इनके बजाए राणा प्रताप, शिवाजी, विक्रमादित्य, छत्रसाल आदि भारतीय राजाओं की वीर गाथाओं के बारे में बताया जाए । चोल पाण्ड्य, मौर्य आदि विस्तृत हिन्दू शासन के बारे में दृढ़तापूर्वक पढ़ाया जाए ।
3. गणित और विज्ञान की शिक्षा को ऊपर से लेकर नीचे तक बदला जाए । पाठ्यक्रम में वैदिक गणित की विधियों को सम्मिलित करके बच्चों को तेज़ गणना करने में समर्थ बनाया जाए और पाठ्यपुस्तकों में ज्योतिष गणित के सिद्धांतों को पढ़ाया जाए केवल गोरे यूरोपीय गणितज्ञों के बजाए भारतीय ऋषियों के अविष्कारों के बारे में भी साथ में बताया जाए ।
4. स्कूल कालेजों में यूरोपीय दर्शनों के बजाए या फिर उनके साथ भारतीय वैदिक 6 दर्शन पढ़ाये जाएँ । जिससे कि मनुष्य की तर्क वितर्क की शक्ति प्रबल हो और जिनके आधार पर भारत में वैज्ञानिक आविष्कार करने वालों की संख्या में वृद्धि हो ।
5. भारत में अन्य शिक्षा बोर्ड की तर्ज पर एक वैदिक बोर्ड की स्थापना अवश्य होनी चाहिए जिससे गुरुकलों के बच्चों के भविष्य में सुधार हो और मदरसा बोर्ड को तत्काल बन्द किया जाए जिससे कि इस्लामिक आतंकवादी पैदा न हो सकें ।
6. ICSE बोर्ड को समाप्त कर देश के सभी कान्वेंट स्कूलों को सरकारी केंद्रीय विद्यालयों में बदला जाए ।
7. भारतीय इतिहास लिखने की अनुमति केवल विशुद्ध भारतीय इतिहासकारों को ही हो जो कि तथ्यों और प्रमाणों के आधार पर पाठ्य पुस्तकों के लिए इतिहास लिखें और JNU, DU के वामपंथी और देश विरोधी प्रोफ़ेसरों को भारतीय साहित्य और इतिहास लिखने की अनुमति न हो । और यदि कोई भी व्यक्ति किसी पाठ्यपुस्तक में कोई बात लिखे और वह अप्रमाणिक हो तो इसके लिए उसे 6 महीने का कारावास बिना बेल के हो ।
8. भारत के पुरातत्व विभाग को पूर्ण रूप से चालू किया जाए और इसके द्वारा प्राचीन मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों का सवेक्षण पूरी शक्ति से लागू होकर पाठ्यक्रम का अंग बनाया जाए ।
9. एलोपेथी के साथ साथ आयुर्वेदिक औषधियों का अध्ययन भी हर मेडिकल के छात्र को अनिवार्य रूप से करवाया जाय । और केवल मोटी मोटी पुस्तकें ही नहीं पहले दिन से ही मेडिकल के छात्रों को रोगियों के साथ वार्ड में उनकी चिकित्सा सिखाई जाए ।
10. कक्षा 7 से लेकर 10 तक प्रत्येक छात्र को NCC करना अनिवार्य हो जिससे कि वे आगे चलकर आवश्यकता पड़ने पर भारतीय सेना के लिए सहायक सिद्ध हों ।
इससे भी अधिक सुझाव जो आपके मन में हों वे कृपया इस ऊपर लिखे सरकारी लिंक rsc_hrd@sansad.nic.in पर ईमेल करें।