कविता

सन्नाटा बटा निल (व्यंग्य)

होटल
रिसेप्शनिस्ट की
मुस्कराहट,
एयर होस्टेस द्वारा
नैनों से तीर
चलाने की
स्वभाविकता,
फिल्मों के
अंग-उघेड़न डांस,
किसिंग सीन,
द्विअर्थी संवाद
और गाने,
स्कूल-कॉलेजों में
सह-शिक्षा
और सह-अध्यापन,
जीजा-साली की
शायरी इत्यादि को
रोक सको,
तो मीटू अभियान
सफल
हो सकता है,
अन्यथा
गड़े मुर्दे को
उखाड़ते रहिये!
प्याज की तरह
मिलेगा अंत में
निल बटा सन्नाटा !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.