राजनीति

अयोध्या और हिंदुत्व पर कांग्रेस हो गयी बेनकाब

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे निकट आ रहे हैं, वैसे-वैसे प्रदेश के सभी राजनैतिक दलों की तैयारियां और उनके मन के कोने में छिपी हुई घबराहट भी बाहर निकल कर आने लगी है। उप्र में प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में कांग्रेस बहुत जोर शोर से लगी हुई थी, लेकिन कांग्रेस नेता और उनके बड़े वकील सलमान खुर्शीद की अयोध्या पर आयी एक किताब और उसके बाद जिस प्रकार से बयानबाजियां हो रही हैं उससे साफ पता चलता है कि अयोध्या मेें भव्य राम मंदिर का निर्माण सेकुलर गैंग को रास नहीं आ रहा है।
प्रदेश में 18 प्रतिशत मुसलमानों का वोट पाने के लिए सभी दलों में होड़ शुरू हो गयी है। सलमान खुर्शीद की किताब भी उसी रणनीति का एक अहम हिस्सा है जिसमें कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोकोहराम जैसे कुख्यात आतंकंी संगठनों से कर डाली है। यह संपूर्ण हिंदू समाज का घोर अपमान है। सलमान की पुस्तक से पता चल रहा है कि उन्होंने हिंदुत्व के खिलाफ जो कुछ लिखा है वह कितना नफरत भरा है और उनकी बातों से यह भी साफ हो रहा है कि उन्होंने हिंदू समाज के जिन लोगों ने राम मंदिर निर्माण में सहयोग किया कांग्रेस ने उन सबका अपमान कर दिया है जिसमें दलित, पिछड़े, अतिपिछडे समाज के सभी शामिल हैं। सलमान खुर्शीद को सबसे पहले सनातन हिंदू और हिंदुत्व का मतलब ही समझना होगा, क्योकि दोनों एक ही हैं और कांग्रेस नेता ने सनातन हिंदू और हिंदुत्व में विभेद कर एक बहुत बड़ी गलती कर दी है। यह गलती कांग्रेस के लिए बिल्कुल वैसी ही होने जा रही है जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि इस देश की संपदा पर मुसलमानों का भी 15 प्रतिशत हिस्सा है।
रही बात अयोध्या पर आये सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर तो उन्हें यह बात समझने में दो साल लग गये कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का बहुत अच्छा और ऐतिहासिक फैसला आया है। कांग्रेस की नींद अभी तक उड़ी हुई है कि उसे अभी भी उप्र में मुसलमानों का वोट नहीं मिलने जा रहा है और यही छटपटाहट व दर्द कांग्रेस नेताओं के सीने में छिपा हुआ था, जो अब निकलकर बाहर आ रहा है। कांग्रेस व सेकुलर गैंग के लोग यही सोच रहे थे कि अयोध्या पर सुर्प्रीम फैसला अभी सौ साल तक लटका रहेगा और जो भी फैसला आयेगा वह इस प्रकार से एकतरफा नहीं होगा। अब कांग्रेस व सेकुलर गैंग का यह सपना ध्वस्त हो चुका है और आज अयोध्या में भव्य गगनचुंबी मंदिर बन रहा है। वहीं योगी सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए 2047 तक का डाक्यूमेंट विजन भी तैयार कर पेश कर दिया है, जिस पर काम भी चल रहा है।
वर्तमान समय में यदि कांग्रेस पार्टी अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का समर्थन करतीे और अपनी गलतियों के लिये क्षमा मांागती तो उसकी स्थ्तिि संवर सकती थी, लेकिन सलमान खुर्शीद की किताब ने प्रियंका की चुनावी तैयारियों को ग्रहण लगा दिया है। कांग्रेस संपूर्ण हिंदू समाज की घोर विरोधी बनकर उभर चुकी है और उसके नेता ने संपूर्ण हिंदू समाज को आतंकवादी कहकर अपमानित कर दिया है। कांग्रेस नेता का बयान करोडो़ं हिंदुओं के मन को आहत कर रहा है। हिंदी, हिंदू हिंदुत्व के खिलाफ यह कांग्रेस की बहुत बड़ी और गहरी साजिश है। इस किताब से कांग्रेस की विचारधारा पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है और यह साबित हो गया है कि यह विचारधारा के रूप में पूरी तरह से हिंदुओं के खिलाफ है। ये केवल हिंदू की भावनाओं की नहीं है इन बातों से भारत की आत्मा को भी गहरी ठेस पहुंचती है। यह बात बिलकुल सही हो रही है कि कांग्रेस एक मकड़ी की तरह हिंदुओं के खिलाफ नफरत का जाल बुन रही है। अभी जब 70 साल तक देश में कांग्रेस का राज रहा, तब यही हिंदू समाज बहुत अच्छा था और जब से मोदी सरकार दो बार पूर्ण बहुमत से बनी है तब से संपूर्ण हिंदू समाज आतंकवादी हो गया, आखिर क्यों?
अब यह भी साफ हो गया कि जब तत्कालीन मुलायम सिंह यादव की सरकार ने अयोध्या में निरीह कारसेवकों पर गोलियां बरसायी थीं, उसका समर्थन भी कांग्रेस कर रही थीं और जब कश्मीर घाटी में हिंदू मारकर भगाया जा रहा था उसमें कांग्रेस को बहुत आनंद आ रहा था। तभी कांग्रेस के एक नेता ने बयान दिया था कि “हुआ तो हुआ!”। अब यही कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो रही है। सलमान की पुस्तक से यह बात भी समझ में आ रही है कि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के जिस अच्छे निर्णय को समझने और किताब लिखने में दो साल लग गये वो किताब ऐन चुनाव के समय पर ही क्यों आई है? सलमान की किताब से कई बातें साफ हो रही हैं कि कोर्ट में कांग्रेस और मुस्लिम समाज के वकीलों के पास कोई तर्क और मजबूत सबूत नहीं थे। वे लोग एक हारी हुई लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन वास्तव में कांग्रेस को अब तक की गयी अपनी गलतियों के लिए भारत की आम जनता से माफी मांगनी चाहिए थी उसने ऐसा नहीं किया और हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस से कर डाली। यह बेहद शर्मनाक कृत्य है। यह सुप्रीम कोर्ट के हिंदुत्व पर दिये गये कई फैसलों का उल्ल्ंाघन भी है।
दूसरी बड़ी बात यह है कि सलमान की किताब से यह भी पता चल रहा है कि अयोध्या पर सुप्रीम फैसले के बाद भी कांग्रेस असमंजस में है। आज जो कांग्रेस हिंदुत्व की तुलना आतंकवाद से कर रही है इसी कांग्रेस ने अदालत के अंदर और बाहर कई बार भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाये थे। कांग्रेस के वकील ने ही 2019 लोकसभा चुनाव के पहले कोर्ट में कहा था कि अभी अयोध्या विवाद पर बहस को टाल दिया जाये क्योंकि इसका लाभ आगामी चुनावों में भाजपा को हो जायेगा।
कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण के नाम पर हिंदू धर्म व समाज तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर लगातार हमले करती रही है और बयान देती रही है जिसका परिणाम आज देश के समाने है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, 26/11 हमले के समय तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पी चिदम्बरम ने हिंदू आतंकवाद का मुददा उछाला था। उस समय एक प्रकार से मुेबई हमलों के पीछे हिंदू संगठनों को ही फंसाने की गहरी साजिशें रची जा रही थीं राहुल गांधी ने एक बार बयान दिया था कि लोग लड़कियां छेड़ने के लिए मंदिर जाते हैं। इस बयान के बाद कांग्रेस की बहुत फजीहत हुई थी और आज तक कांग्रेस खड़ी नहीं हो पा रही है।
2007 में कांग्रेस सरकार ने हलफनामा देकर कहा था कि चूंकि राम, सीता, हनुमान और वाल्मीकि वगैरह काल्पनिक पात्र हैं इसलिए रामसेतु का कोई धार्मिक महत्व नहीं माना जा सकता। कांग्रेस गुजरात में सोमनाथ मंदिर भी नहीं बनवा रही थी और रोड़े अटकाने का असफल प्रयास कर रही थी। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने कहा था कि 90 प्रतिशत मुसलमान ने मतदान नहीं किया, तो कांग्रेस का जीतना मुश्किल हो जायेगा।
सलमान खुर्शीद की पुस्तक के आधार पर टीवी चैनलों पर खूब बहसें हो रही हें और सोशल मीडिया पर भी बहुत तेज युद्ध छिड़ गया है, जिनका सार यही है कि सभी कांग्रेसी व सेकुलर गैंग के लोग सलमान खुर्शीद के विचारों के साथ खड़े हो गये हैं। किताब के बहाने हिंदू समाज व सनातन संस्थाओं पर बेसिरपैर का झूठा हमला बोला जा रहा है।
आजकल अयोध्या से लेकर चित्रकूट तक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है यह काम सेकुलर गैंग को पसंद नहीं आ रहा है। आज जो नकली रामभक्त बनकर अयोध्या जा रहे है वह सभी दोहरे चरित्र के लोग हैं और सभी का चाल, चेहरा और चरित्र लगातार बेनकाब हो रहा है। यह सभी दल असल में अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए जो धन लोगो ने जो धन दान में दिया है उसे हड़पने की कोशिश में लगे हैं। सलमान खुर्शीद बहुत ही दुखी मन से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अच्छा मान रहे हैं। यह वही कांग्रेस है जिसने अयोध्या के भव्य भूमि पूजन समारोह में भी कोर्ट के माध्यम से कोरोना आदि का बहाना बनाकर बाधा डालने का असफल प्रयास किया था। कांग्रेसी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने बयान दिया था कि भूमि पूजन का समय गलत चुना गया है और इसे टाला जाना चाहिए। कांग्रेस व सेकुलर गैंग हर क्षण इसी प्रयास में लगा रहता है कि मंदिर निर्माण को कैसे रोका जाये। जब कांग्रेस व सेकुलर गैंग की सभी साजिशें ध्वस्त हो गयीं और कांग्रेस को यह समझ में आ गया कि अब वह अपने मुस्लिम मतदाता को खुश करने के लिए कुछ नहीं कर सकती तब उसने सलमान खुर्शीद से ऐसी किताब लिखवा डाली है कि वह पूरी तहर से बेनकाब हो चुकी है।
अयोध्या विवाद और अब राम मंदिर पर कांग्रेस व सेकुलर गैंग चारों खाने चित्त हो चुका है उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। अतः अब उसने समसत हिंदू समाज और हिंदुत्व को ही आतंकवादी कहना शुरू कर दिया है। यह लोकतंत्र का भी घोर अपमान है। अयोध्या विवाद के नाम पर सेकुलर गैंग अपनी दुकान चला रहा था जो अब बंद हो चुकी है। अगर कांग्रेस व सेकुलर गैंग के नेता इसी प्रकार हिंदी, हिंदू और हिंदुत्व पर हमला करते रहे, तो एक बार फिर हिंदू समाज उठ खड़ा होगा।
सलमान खुर्शीद की किताब के आधार समस्त हिंदू जनमानस को एक बार फिर जागना होगा और यदि ऐसा हो गया तो कांग्रेस मुक्त भारत होकर रहेगा। कांग्रेस नेता ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस से करके एक बहुत ही गंदा खेल खेलने का असफल प्रयास किया है। कांग्रेस हिंदू समाज से नफरत करती है तभी तो 70 साल के शासन के कारण ही पड़ोसी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू समाप्त कर दिये गये। कांग्रेस के ही कारण देश के अंदर जम्मू कश्मीर सहित कई प्रांतों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गये।
यह कांग्रेस घोर हिंदू विरोधी है। अभी त्रिपुरा की फर्जी घटनाओं को लेकर राहुल गांधी ने वहां के हिंदू समाज के खिलाफ एक मानसिक विकृतियों से भरा ट्विट किया था। राहुल गांधी कहते हैं कि हमारी सरकार आयी तो तीन तलाक कानून समाप्त होगा, उप्पा कानून समाप्त होगा। आज कांग्रेस ने जो हिंदू विरोधी रवैया अपनाया है उसके पीछे सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही है। यह सभी लोग तथाकथित इच्छाधारी हिंदू हैं जो बेनकाब हो रहे हैं। अतः हिंदू समाज को जागृत होकर मतदान करना होगा और कांग्रेस व सेकुलर गैंग को सही जवाब देना होगा। सलमान खुर्शीद की किताब आने के बाद कांग्रेस ने अपने लिए चुनावों में गहरा गड्ढा खोद लिया है।
— मृत्युंजय दीक्षित