कविता

कविता – विश्व जल सप्ताह

विश्व जल सप्ताह 24 अगस्त-1 सितंबर में
आर्थिक विकास के साथ-साथ नदी संरक्षण
के लिए नदी और लोगों को जोड़ना है
अर्थ गंगा परियोजना को गतिशील बनाना है
हमें शक्तिशाली राष्ट्रीय अभियान चलाना है
सर्वशक्तिमान मनीषियों को चेताना है
हमें अपनी नदियों तालाबों को तात्कालिक
जीवनदायिनी भावना से बचाना है
नदियों तालाबों को सदैव ही उनकी
जीवनदायिनी शक्ति के लिए सम्मानित किया है
उस सम्मान को हम मनुष्यों ने
जी तोड़ कोशिश कर बचाना है
शहरीकरण और औद्योगीकरण है कारण इसका
आधुनिकीकरण और लालच ने सभ गंवाया है
इकोसिस्टम को नष्ट करके
मानवीय सुखचैन सभ गंवाया है
— किशन सनमुखदास भावनानी

*किशन भावनानी

कर विशेषज्ञ एड., गोंदिया