लघुकथा

और सपना टूट गया

अस्सी के दशक की फिल्मों की ज्यादातर हीरोइन अपने बालों की लम्बी चोटी ही बनाती थी।या फिर बालों का जूडा बना कर साथ में चोटी बनाई जाती।उनको देखा देखी उस समय की नई जवान होती लडकियां भी उनकी नकल कर के अक्सर उस तरह से ही लम्बी चोटी या जूडा बनाती थी।राजीव को हमेशा से ही लम्बे बालों वाली लड़कियां ही अच्छी लगती थी।उसने मन ही मन एक सपना सजा रखा था कि जब भी शादी करूंगा लंबे बालों वाली लडकी से ही करूंगा।
फिर वो समय आया जब उसकी अच्छी सी नौकरी लग गई और घर में उसकी शादी की बातें होने लगी। एक रिश्तेदार ने राजीव के लिए एक लडकी बताई जो कि पढ़ी लिखी थी और बहुत अच्छे परिवार से थी। जब लडकी देखने का समय आया तो सब परिवार वालों को लड़की पहली नजर में ही पसंद आ गई।लेकिन राजीव की नजर तो उसकी लंबी सी चोटी पर अटकी थी जो उसने आगे की हुई थी।राजीव ने ना तो लड़की को अच्छे से देखा ना ही बात करनी जरूरी समझी।वो तो बस उसके लंबे बालों पर फिदा हो गया था उसे लगा यही तो है उसके सपनो की रानी।उसने फट से शादी के लिए हां कर दी और फिर उन दोनो की चट मंगनी और पट शादी हो गई।
शादी में भी सीमा ने बालों का जूडा बना रखा था।
और फिर शादी के अगले दिन सुबह जब सीमा दोबारा से नहा धोकर अच्छे से तैयार हो कर कमरे में आई तो राजीव को बहुत जोर का झटका लगा और उसका कलेजा धक से रह गया।सीमा ने बहुत सुंदर साड़ी पहनी हुई थी और अपने कंधे तक कटे बालों में वो बहुत सुंदर लग रही थी।
लेकिन ये क्या…!!ये तो राजीव के सपनो की रानी नही थी।उसके सपनो की रानी तो कमर तक लहराती नागिन जैसी चोटी वाली लडकी थी।
राजीव बहुत मायूस हो कर सीमा से बोला,”ये क्या सीमा तुम्हारे बाल क्या हुए…!! उस दिन जब हम पहली बार मिले थे तो तुम्हारी तो बहुत लंबी चोटी थी?”
सीमा… “अच्छा वो…वो तो मैं कभी कभी शौकिया नकली बालों से लंबी चोटी बना लिया करती हूं। वरना तो मुझे हमेशा से छोटे बाल ही पसंद हैं।”
राजीव आगे से कुछ बोल तो नही पाया लेकिन उसको लगा उसके अंदर कुछ तो टूट गया है शायद…!!!
— रीटा मक्कड़