नजीबाबाद के आकाशवाणी केंद्र पर कार्यक्रम अधिशासी अधिकारी श्री शोभित शर्मा जी के द्वारा जनपद की कवियत्री व कथाकार डॉ.सविता वर्मा ‘ग़ज़ल’ की पुस्तक “अभी नयन हैं रीते” काव्य संग्रह का विमोचन किया गया। आकाशवाणी के “महिला जगत” कार्यक्रम के अंतर्गत “उड़ान हौंसलो की” में साहित्यकार सविता वर्मा ‘ग़ज़ल’ साक्षात्कार भी हुआ। इस अवसर पर आकाशवाणी की सीनियर अनाउंसर मीनाक्षी एवम आकाशवाणी के युववाणी कार्यक्रम की टीम भी उपस्थित रही।
आकाशवाणी के अधिशासी अधिकारी शोभित शर्मा जी ने सविता वर्मा को बधाई देते हुए कहा कि सविता जी हमारे आकाशवाणी केंद्र पर पिछले दो दशकों से अपनी साहित्य सेवा देती आ रही हैं ,साहित्य को समर्पित सविता जी की इस पुस्तक “अभी नयन हैं रीते” की सभी रचनाएं समाज व विशेषकर नारीशक्ति के लिए अत्यंत प्रेरणादायक हैं।
सविता वर्मा की इस पुस्तक का प्रकाशन “उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान,लखनऊ की प्रकाशन योजना-2022-23 के अंतर्गत किया गया है, जो सविता वर्मा के लिये एक बड़ी उपलब्धि और समस्त साहित्य जगत के लिए भी अत्यंत गर्व की बात है। सविता वर्मा की ये तीसरी पुस्तक है। पहली पुस्तक “पीड़ा अंतर्मन की” और दूसरी पुस्तक “एक थी महुआ” कहानी संग्रह जो काफी चर्चित भी रही। सविता वर्मा ‘ग़ज़ल’ ने सभी का विशेष धन्यवाद करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ का मैं ह्रदय से धन्यवाद करती हूँ।
मुझे पुस्तक प्रकाशन के लिए आर्थिक सहयोग देने के लिए और आदरणीय शोभित जी का भी बहुत-बहुत धन्यवाद जिन्होंने मेरी पुस्तक विमोचन के लिए अपना अमूल्य समय दिया । आकाशवाणी नजीबाबाद का मेरे जीवन व लेखन मे अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। आकाशवाणी से मुझे एक विशिष्ट पहचान भी मिली है और मेरी प्रेरणास्रोत भी आकाशवाणी ही रही है। मेरे जीवन का लक्ष्य ही साहित्य सेवा है और जब तक सांसे हैं मेरी कलम भी चलती रहे निरंतर।