कविता

पर्यावरण

पर्यावरण को सुरक्षित बचाने का पराक्रम,
जनजन को स्वीकार्य है।
यह पर्यावरणीय संस्कार है।
उत्तम व श्रेष्ठ विचार है,
सभ्य समाज के लिए,
यह एक सर्वोत्तम उपहार है।
यह स्वच्छ निर्मल है तो,
गतिशील रहतीं हैं दुनिया।
सम्बल तरीके से समाज को,
मिलता है अपार खुशियां।
जनजन को सुरक्षित रखतीं हैं,
वैश्विक स्तर पर पहुंच गई,
ग्लोबल वार्मिंग के संसर्ग से,
सदैव मदद करते-करते ,
जनजन तक हरपल हरक्षण,
सुकून और सुखद अहसास,
दिलाने में अहम भूमिका  निभाती रहती है।
जलवायु परिवर्तन से ,
उपजी तकलीफ़ को,
पेड़ पौधे से सुरक्षा कवच के रूप में,
मजबूत आवरण मिलता है।
जनमानस में खुशहाली लाने में,
भरपूर मदद करता है।
यह एक सम्पूर्ण जीवन का,
सबसे उन्नत उपहार है।
सुरक्षित जनमानस के लिए,
सबसे खुबसूरत संस्कार है।
पेड़ पौधे पशु पक्षियों को,
यह जीवन्त रूप में,
सुखी रहना सिखाती है।
जनजन तक सुखद,
सन्देश पहुंचाने में मदद,
करने में सबसे आगे रहने वाले लोगों की सूची में,
सूचीबद्ध की जाती है।
— डॉ. अशोक

डॉ. अशोक कुमार शर्मा

पिता: स्व ० यू ०आर० शर्मा माता: स्व ० सहोदर देवी जन्म तिथि: ०७.०५.१९६० जन्मस्थान: जमशेदपुर शिक्षा: पीएचडी सम्प्रति: सेवानिवृत्त पदाधिकारी प्रकाशित कृतियां: क्षितिज - लघुकथा संग्रह, गुलदस्ता - लघुकथा संग्रह, गुलमोहर - लघुकथा संग्रह, शेफालिका - लघुकथा संग्रह, रजनीगंधा - लघुकथा संग्रह कालमेघ - लघुकथा संग्रह कुमुदिनी - लघुकथा संग्रह [ अन्तिम चरण में ] पक्षियों की एकता की शक्ति - बाल कहानी, चिंटू लोमड़ी की चालाकी - बाल कहानी, रियान कौआ की झूठी चाल - बाल कहानी, खरगोश की बुद्धिमत्ता ने शेर को सीख दी , बाल लघुकथाएं, सम्मान और पुरस्कार: काव्य गौरव सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान, कविवर गोपाल सिंह नेपाली काव्य शिरोमणि अवार्ड, पत्राचार सम्पूर्ण: ४०१, ओम् निलय एपार्टमेंट, खेतान लेन, वेस्ट बोरिंग केनाल रोड, पटना -८००००१, बिहार। दूरभाष: ०६१२-२५५७३४७ ९००६२३८७७७ ईमेल - ashokelection2015@gmail.com