चौखट की ओट से
चौखट की ओट से
जब तुम्हारी निगाहे निहारती
लगता सांझ को इंतजार हो
रोशनी का
राह पर गुजरते अहसास
दे जाते तुम्हारी आँखों मे
एक अजीब सी प्रेम की चमक
पूनम का चाँद
देता तुम्हारे चेहरे पर
चांद सी रोशनी
तुम्हें देख लगता
चांदनी भरा जीवन।
चांद देखोगी तो मेरी याद आएगी
जो जीवन और प्रेम का
अदभुत समन्वय बन
चांदनी की रोशनी में
कर देगा तुम्हें मदहोश।
— संजय वर्मा “दृष्टि”