फिर से लो राम अवतार
फिर से लो राम अवतार,
कलियुग में फिर रावण हो गए|
अराजकता का राज जग में,
झूठ का बोलबाला हो गया|
न होता कोई आदर नारियों का,
अत्याचार बढ़ता ही जा रहा |
रावण घूम रहे भेष बदलकर ,
बेटियों को सताया जा रहा|
हर गली ,मुहल्ले में रावण ,
छोटी कन्याओं को शिकार बना रहा |
जगह जगह लूटपाट चोरी,काला बाजारी,
संसार में सब तरफ आतंक बढ़ रहा|
प्रभु एक बार फिर लो राम अवतार,
सब भक्तों को पीर हरकर सुखी करें |
जगत को इन रावणों से हमें ,
इनके अत्याचारों से मुक्ति करें