समाचार

आचार्य अकादमी चुलियाणा, रोहतक (हरियाणा) द्वारा 2023 के हिन्दी साहित्य पुरस्कारों की घोषणा

आचार्य अकादमी चुलियाणा, रोहतक (हरियाणा) द्वारा 2023 के हिन्दी साहित्य पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। श्रीमती हेमलता हिन्दी साहित्य (गद्य, पद्य) पुरस्कार के अंतर्गत 2100/-रुपये का प्रथम सांझा पुरस्कार डॉ. नीलिमा तिग्गा “नीलांबरी”, अजमेर, राजस्थान की पुस्तक बलिवेदी पर व डॉ. अजीत कुमार जैन, आगरा, उत्तर प्रदेश की पुस्तक रसिक प्रणय को, 1500/- रुपये का द्वितीय सांझा पुरस्कार डॉ. पवनेश ठकुराठी, अल्मोडा, उत्तराखंड की पुस्तक आदमी कब जिंदा होता है व चंद्रेश कुमार छतलानी, उदयपुर, राजस्थान की पुस्तक हाल-ए-वक्त को तथा 1100/-रुपये का तृतीय सांझा पुरस्कार सारिका मूंन्दडा, पुणे महाराष्ट्र की पुस्तक यूं लगता है अब…., व बलवान सिंह सावी, कैथल, हरियाणा की पुस्तक तमाशा जारी है को दिया गया। इसी वर्ग में मंजू भारद्वाज कृष्णप्रिया, झारखंड की पुस्तक एहसासों का समंदर, अशोक व्यास, मध्य प्रदेश की पुस्तक टिकाऊ चमचों की वापसी, यशोधरा, देवास, मध्य प्रदेश की पुस्तक तरंगिणी,  डॉ. प्रवीण कुमार सक्सेना “उजाला”  कुशलगढ, राजस्थान की पुस्तक तन वतन के लिए, सच्चिदानंद तिवारी शलभ, लखनऊ, उत्तर प्रदेश की पुस्तक दलहन फ़िलहन चाउर पिसान, डॉ. बालकृष्ण रामभाऊ महाजन, नागपुर, महाराष्ट्र की पुस्तक आप मेरे सब कुछ, विनोद वर्मा “दुर्गेश”, भिवानी, हरियाणा की पुस्तक पंटरबाज को सान्तवना पुरस्कार भी दिया गया। स्वामी दयानंद सरस्वती दर्शनशास्त्र, राष्ट्रवाद, सनातन वैदिक धर्म व संस्कृति के अंतर्गत 2100/-रुपये का प्रथम सांझा पुरस्कार राजीव आचार्य, लखनऊ, उत्तर प्रदेश की पुस्तक मेरी अयोध्या मेरा रघुवंश को, दत्तप्रसाद द. जोग, गोवा की पुस्तक गीत रामायण को, 1500/- रुपये का द्वितीय सांझा पुस्कार डॉ. सरोजिनी वेडंगि, विशाखापट्टम, आंध्र प्रदेश की पुस्तक दलित चेतना और दलित महिला कहानीकार को व डॉ. सुनीता बनसोड (भगत), चन्द्रपुर, महाराष्ट्र की पुस्तक भारतीय भाषाओं में अनूदित दलित साहित्य तथा 1100/-रुपये का तृतीय सांझा पुरस्कार डॉ. दीपक, होशियारपुर, पंजाब की पुस्तक नागार्जुन का काव्य, जीवन मूल्यों का संदर्भ को व डॉ. विनीत विद्यार्थी दर्शनशास्त्री, बरेली, उत्तर प्रदेश को दिया गया। चौधरी छोटूराम किसान, खेतीबाडी, मजदूरी व शिक्षा पुरस्कार के अंतर्गत 2100/-रुपये का प्रथम पुरस्कार डॉ. रणवीर सिंह, दिल्ली की पुस्तक वर्षा जल संचयन एवं जल संरक्षण, 1500/- रुपये का द्वितीय सांझा पुरस्कार विनय कंसल, आगरा की पुस्तक पर्यावरण अध्ययन, डॉ. संजीव कुमारी, हिसार, हरियाणा की पुस्तक को तथा 1100/-रुपये का तृतीय पुरस्कार डॉ दलीप सिंह बिष्ट, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड की पुस्तक उत्तराखंड विकास एवं आपदाएं (धर्म, आस्था, संस्कृति एवं परम्परायें) को दिया गया। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर समानता व समानता पुरस्कार के अंतर्गत 2100/-रुपये का प्रथम सांझा पुरस्कार विजी. वी, एरणाकुलम, केरल की पुस्तक डॉ समकालिन साहित्य:विमर्श के आयाम को व रतन कुमारी वर्मा, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश की पुस्तक स्त्री मुक्ति का संघर्ष सेवासदन, सौ साल बाद एक विश्लेषण, 1500/- रुपये का द्वितीय सांझा पुरस्कार डॉ. अजय कुमार मौर्य, सारनाथ, वाराणसी की पुस्तक चरियापिटक व गौतम इलाहाबादी, रेवाडी, हरियाणा की पुस्तक बेटी शीतल छांव सी को तथा 1100/-रुपये का तृतीय सांझा पुरस्कार डॉ. अखण्ड प्रकाश, कानपुर, उत्तर प्रदेश की पुस्तक शारदा शतक को व शशि पाण्डेय, नोएडा, उत्तर प्रदेश की पुस्तक बकौली गंज को दिया गया। इसी वर्ग में डॉ. मन्तोष कुमार भट्टाचार्य, जबलपुर, मध्य प्रदेश की पुस्तक आशीर्वाद को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया। राजीव भाई दीक्षित  भारतीय इतिहास, आयुर्वेद, स्वदेशी व राष्ट्रभक्ति पुरस्कार के अंतर्गत 2100/-रुपये का प्रथम सांझा पुरस्कार डॉ संदीप शर्मा, हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश की पुस्तक माटी तुझे पुकारेगी को व विजय शंकर मिश्र “भाष्कर” लखनऊ, उत्तर प्रदेश की पुस्तक भए प्रगट कृपाला को, 1500/- रुपये का द्वितीय सांझा पुरस्कार डॉ. कमलकिशोर गुप्ता, नागपुर, महाराष्ट्र की पुस्त्क हिन्दी साहित्य : चिंतन के विविध आयाम व प्रवीण कुमार शर्मा, भरतपुर, राजस्थान की पुस्तक प्रेम का पुरोधा को तथा 1100/-रुपये का तृतीय सांझा पुरस्कार डॉ अशोक, पटना, बिहार की पुस्तक शेफालिका (लघुकथा) व प्रमोद शर्मा, सीहोर, मध्य प्रदेश की पुस्तक कार्यालयीन प्रक्रिया एवं पत्राचार को दिया गया। इसी वर्ग में सत्यवीर नाहडिया, रेवाडी, हरियाणा की पुस्तक हिन्दी पत्रकारिता के मसीहा, गुप्त जी गुडीयानी और गुमनामी की पीर को, अनिता मंदिलवार सपना, सरगुजा, छतीसगढ की पुस्तक स्वप्न सिदूंरी को, अंजनी द्विवेदी काव्या, उत्तर प्रदेश की पुस्तक मन के मोती को व रामजीमल शिक्षाविद, बरेली, उत्तर प्रदेश की पुस्तक काव्य संसार को सान्तवना पुरस्कार भी दिया गया। 5100 रुपये का पत्रकार किरण भूषण सम्मान 2023 जो कि किसी अलपसंख्यक विद्वान को दिया जाता है। इस वर्ष के विजेता है प्रोफेसर पठान रहीम खान (हिन्दी विभाग) उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद। गौरवत्व है कि आचार्य शीलक राम के संचालन में आचार्य अकादमी चुलियाणा पिछले बारह वर्षों से साहित्य, संस्कृति, धर्म, दर्शन, योग व हिन्दी के प्रसार प्रचार के लिए लगातार कार्य व कर रही है। इसके साथ-साथ प्रमाण अन्तरराष्ट्रीय मुल्यांकित त्रैमासिक रिसर्च जर्नल (ISSN:2249-2976) व चिन्तन अन्तरराष्ट्रीय मुल्यांकित त्रैमासिक रिसर्च जर्नल (ISSN:2229-7227), हिन्दू अन्तर्राष्ट्रीय मुल्यांकित त्रैमासिक रिसर्च जर्नल्स (ISSN : 2348-0114), आर्य अन्तर्राष्ट्रीय मुल्यांकित त्रैमासिक रिसर्च जर्नल्स (ISSN: 2348 – 876X), द्रष्टा अन्तर्राष्ट्रीय मुल्यांकित त्रैमासिक रिसर्च जर्नल्स (ISSN: 2277-2480) व स्वदेशी हिन्दी साहित्य शोध पत्रिका (ISSN : 2319 – 703X)   का प्रकाशन भी लगातार कर रही है। आचार्य शीलक राम अध्यक्ष आचार्य अकादमी चुलियाणा की देखरख में हर साल खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवा रही है। उपरोक्त सभी विजेताओं व प्रतिभागियों को आचार्य अकादमी के अध्यक्ष आचार्य शीलक राम व सभी सदस्यों की ओर से बहुत-बहुत बधाई। सभी विजेताओं को प्रमाण-पत्र, इनाम राशि का ड्राफ्ट व स्मृति-चिन्ह डाक द्वारा भेजे जाएंगे। सांत्वना पुरस्कार के लिए प्रमाण-पत्र व स्मृति-चिन्ह भेजे जाएंगे। तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र भी डाक द्वारा भेजे जाएंगे।

डॉ. सुरेश जांगडा

पिता का नाम : श्री औमप्रकाश सम्पर्क : गांव व डाकखाना-चुलियाणा, जिला-रोहतक (हरियाणा) कवि व लेखक ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुडे रहकर बीस साल तक "भारतीय वायुसेना" में राष्ट्रसेवा का कर्त्तव्य निभाते हुए सनातन आर्य भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति-प्रेमी कवि हृदय व्यक्ति हैं। आपने वायुसेना से सेवानिवृति के पश्चात छ: साल तक खाद्य एवं पूर्ति विभाग में उपनिरीक्षक के पद पर कार्य किया। आपने हिन्दी विषय से स्नातकोत्तर, एम. फिल, पीएच.डी की उपाधियां अर्जित की हैं। इसके साथ आपने हिन्दी विषय में यूजीसी नेट, एचटेट व बीएड की परीक्षाएं भी उत्तीर्ण की हैं। वर्तमान में आप राजकीय महाविद्यालय सांपला रोहतक में हिन्दी के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं। लेखक के विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय शोध-जर्नलों में अब तक 40 शोध-पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। लेखक की अब तक पांच पुस्तकें पुस्तकें प्यार का पथ अटपटो, हिन्दी साहित्य की दशा और दिशा, हिन्दी साहित्य की विकास यात्रा के विविध आयाम, चिन्तन, कोरोना काल अवसर या अभिशाप व भारतीय साहित्य में गीतोपदेश का स्थान प्रकाशित हो चुकी हैं। हिन्दी व हरियाणवीं में कविताएं लिखते हैं।