फोगाट को कुश्ती खेलने हेतु मनाया जाए
पेरिस ओलंपिक में महिला कुश्ती पचास किलोग्राम वर्ग में फाइनल मुकाबले से पहले डेढ़ सौ ग्राम अधिक वजन होने से उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया | जहाँ तक फिटनेश और खेल तकनीक पर हर खिलाडी ध्यान देता आया कड़ी मेहनत कर वो उचाईयो को छू कर पदक हासिल करना चाहता है उसकी मेहनत पर पानी फेरने का जिम्मेदार कौन ? जबकि कोच इनके खानपान का स्तरीय ध्यान देता है मगर कोच द्वारा खिलाड़ी की फिटनेस पर रोजाना ध्यान नहीं देने से फोगट को अयोग्य घोषित होना पड़ा|इस कारण अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में इस तरह से खिलाड़ियों पर ध्यान ना रखने पर खमियाजा पदक न पाने का बेवजह खिलाड़ियों को भुगतना पड़ता है | वर्तमान में फोगट द्वारा कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान किया गया।जो कि दुख की खबर है।खेल मंत्री द्वारा कुश्ती संघ द्वारा फोगाट को ऐलान वापस लेने के लिए समझाइस देकर कुश्ती के लिए तैयार करना होगा।देश के लिए स्वर्ण पदक की हकदार मात्र नियमों के मापदंड के आधार पर अंतराष्ट्रीय कुश्ती से बाहर होना पड़ा।फोगाट जैसी कुश्ती खिलाड़ी अब तैयार करने और अंतरराष्ट्रीय पर खेलने हेतु कड़ी मशक्कत कुश्ती संघ,कोच को फिर से करना होगी जिसमें काफी वक्त लगेगा।इसलिये फोगाट का मानसिक दबाव दूर करके हौसला देकर पुनः कुश्ती खेल हेतु मनाया जाकर आगे लाया जाए।क्योंकि उन्हें देश के लिए खेलना है।
— संजय वर्मा “दृष्टि”