कविता

फागुन मे बरसत रंग

फागुन मे बरसत रंग -पीकर भंग हुए मातंग /
भूल गये दिन रात ———कहें हम सुप्रभात/
कहें हम सुप्रभात ————
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उड़े अबीर – गुलाल – चमके अंग अंग अरु भाल /
तिरंगा मन मे बसा कर – भावना दिल मे सज़ा कर
तिरंगा मन मे बसा कर————–

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रंग भंग तरंग – उठा है ——- मनवा हुआ अनन्ग/
प्रेम का गीत सुने जब – जिया मे चाह जगे तब/
भंग हुआ रंगीन
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बाजे ताल मृदंग —–रंग संग रमा– आज मन भंग /
सुबह शाम लो नाम ——बोल मन राधे- राधे /
बोल मन राधे- राधे
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महके तन लाल गुलाल – हुआ आज गुलाबी गाल/
बिखर समाया रंग – श्याम तेरे स्वागत मे/
लट्ठमार की होली — श्याम तेरी नगरी मे ——-/

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भौजी के हाथ मे रंग – देवर करो नहीं हुड़दंग/
नहीं पछताओगे ———- कहाँ बच पाओगे —-/

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देवर पिया आज है भंग – लिए दूजे हाथ मे रंग,
होली आज हुई रंगीन

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प्रेम और उत्साह – जीवन जीने – की हो चाह
होली मन – बरसे रंग –
झूमे हिया पिया संग भंग

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राजकिशोर मिश्र ‘राज’

राज किशोर मिश्र 'राज'

संक्षिप्त परिचय मै राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी कवि , लेखक , साहित्यकार हूँ । लेखन मेरा शौक - शब्द -शब्द की मणिका पिरो का बनाता हूँ छंद, यति गति अलंकारित भावों से उदभित रसना का माधुर्य भाव ही मेरा परिचय है १९९६ में राजनीति शास्त्र से परास्नातक डा . राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय से राजनैतिक विचारको के विचारों गहन अध्ययन व्याकरण और छ्न्द विधाओं को समझने /जानने का दौर रहा । प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश मेरी शिक्षा स्थली रही ,अपने अंतर्मन भावों को सहज छ्न्द मणिका में पिरों कर साकार रूप प्रदान करते हुए कवि धर्म का निर्वहन करता हूँ । संदेशपद सामयिक परिदृश्य मेरी लेखनी के ओज एवम् प्रेरणा स्रोत हैं । वार्णिक , मात्रिक, छ्न्दमुक्त रचनाओं के साथ -साथ गद्य विधा में उपन्यास , एकांकी , कहानी सतत लिखता रहता हूँ । प्रकाशित साझा संकलन - युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच का उत्कर्ष संग्रह २०१५ , अब तो २०१६, रजनीगंधा , विहग प्रीति के , आदि यत्र तत्र पत्र पत्रिकाओं में निरंतर रचनाएँ प्रकाशित होती रहती हैं सम्मान --- युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच से साहित्य गौरव सम्मान , सशक्त लेखनी सम्मान , साहित्य सरोज सारस्वत सम्मान आदि

2 thoughts on “फागुन मे बरसत रंग

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    राज किशोर जी , फागुन में बरसत रंग ,होली का नज़ारा और भारत का बचपन याद दिला दिया .

    • राज किशोर मिश्र 'राज'

      आदरणीय भाई साहब सप्रेम नमस्ते रंगोत्सव की अशेष शुभकामनाएँ हौसला अफजाई के लिए आभार

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