क्षणिका

5 उपास्य क्षणिकाएँ

1.

काँव-काँव

और कर ही क्या सकते हैं ?
फेसबुक पर पत्रिका छापकर
कौन सा तीसमार खां बने हैं ?
काँव-काँव ! काँव-काँव !

2.

मंत्र का आशय

वसुधैव कुटुम्बकम मंत्र का अर्थ
‘चीन’ ने अलग समझा,
वे पूरी धरती को
ऐसा परिवार माने
कि दूसरे की जमीन को
अपना बता
विस्तार में लग गए !

3.

निशाने पाकिस्तान

पाक ने सर्वोच्च सम्मान
‘निशाने पाकिस्तान’
अलगाववादी भारतीय
‘शाह गिलानी’ को देकर
कोई तीर नहीं मारे हैं !
‘मोरारजी सर’ भी इसे पाए थे।

4.

मानो तो देव

विज्ञान और तर्क की
कसौटी पर
‘पंथ’ खरे नहीं है,
किन्तु श्रद्धा के मायने अलग हैं,
क्योंकि कहावत है-
‘मानो तो देव, नहीं तो पत्थर’ !

5.

चार बनिये

देश को चार ‘बनियों’ ने
‘विविध आज़ादी’ दिलाए-
गाँधी जी राष्ट्रपिता,
केजरीवाल जी आरटीआई,
श्री नरेन्द्र मोदी पीएम
श्री अमित शाह एचएम !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.