गीतिका/ग़ज़लपद्य साहित्य

गीतिका

उर अंजुलि में भाव लिए मैं,आया तेरे द्वार।
चरणों में अर्पित हैं माता,करो इन्हें स्वीकार।1


अनगढ़ भावों की कविता कब,पाती जग में मान,
करो परिष्कृत भावों को माँ,खिले काव्य संसार।2


दूर करो माँ बुद्धिप्रदायिनि, लेखन के सब दोष,
मुकुलित शब्दों से कल्याणी,करूँ काव्य सिंगार।3


मानस पटल करो आलोकित,देकर पावन ज्ञान,
झंकृत कर दो मन वीणा के ,मातु शारदा तार।4


कैसे रचूं छंद मैं माता, पिंगल से अनजान,
छंद रीति गुण दोष सिखाओ,देकर अपना प्यार।5


विनती करता सम्मुख तेरे, मैं मतिमंद विमूढ़,
ले लो शरण मुझे माँ वाणी,कर दो दूर विकार।6


जन मन की पीड़ा का लेखन,कर दो संभव मातु,
ओजपूर्ण मसि भरो कलम में,होगा माँ उपकार।7
डाॅ बिपिन पाण्डेय

डॉ. बिपिन पाण्डेय

जन्म तिथि: 31/08/1967 पिता का नाम: जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय माता का नाम: कृष्णादेवी पाण्डेय शिक्षा: एम ए, एल टी, पी-एच डी ( हिंदी) स्थाई पता : ग्राम - रघुनाथपुर ( ऐनी) पो - ब्रह्मावली ( औरंगाबाद) जनपद- सीतापुर ( उ प्र ) 261403 रचनाएँ (संपादित): दोहा संगम (दोहा संकलन), तुहिन कण (दोहा संकलन), समकालीन कुंडलिया (कुंडलिया संकलन), इक्कीसवीं सदी की कुंडलियाँ (कुंडलिया संकलन) मौलिक- स्वांतः सुखाय (दोहा संग्रह), शब्दों का अनुनाद (कुंडलिया संग्रह), अनुबंधों की नाव (गीतिका संग्रह), अंतस् में रस घोले ( कहमुकरी संग्रह), बेनी प्रवीन:जीवन और काव्य (शोध ग्रंथ), मंथन का निष्कर्ष ( कुंडलिया संग्रह) साझा संकलन- कुंडलिनी लोक, करो रक्त का दान, दोहों के सौ रंग,भाग-2, समकालीन मुकरियाँ ,ओ पिता!, हलधर के हालात, उर्वी, विवेकामृत-2023,उंगली कंधा बाजू गोदी, आधुनिक मुकरियाँ, राघव शतक, हिंदी ग़ज़ल के साक्षी, समकालीन कुंडलिया शतक, समकालीन दोहा शतक और अनेकानेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का निरंतर प्रकाशन। पुरस्कार: दोहा शिरोमणि सम्मान, मुक्तक शिरोमणि सम्मान, कुंडलिनी रत्न सम्मान, काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान, साहित्यदीप वाचस्पति सम्मान, लघुकथा रत्न सम्मान, आचार्य वामन सम्मान चलभाष : 9412956529