कविता

नव वर्ष की बधाई !

नवीन उमंग नव मन में तरंग नव नाद
उन्माद नव कामना का ज्वार हो
नव-नव ताल में मुदित नव कंज जैसे
नैनों में नवीन नित सपना विशाल हो
नवीन प्रभात संग नवीन सौगात लिए
नव-नव खुशियाँ नवीन नित द्वार हो
कंटकविहीन पंथ पूरित कली से रहे
गंध-मकरंद से सुवासित ये साल हो।

2 thoughts on “नव वर्ष की बधाई !

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    बहुत खूब .

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया. लेकिन यहाँ ‘बधाई’ की जगह ‘शुभकामनायें’ शब्द होना चाहिए. बधाई यहाँ निरर्थक है.

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