शगुन
आजकल मंहगाई जिस तरह से अपनी चरम सीमा पर है ,हर कोई इससे प्रभावित नज़र आता है ।इस कमर तोड़
Read More१ करके खता भी हर बार तुम खफा होते रहे , तेरी राहों में चिरागे रोशनी फिर भी ना हमने
Read Moreजाने किस कुसूर की मिलती है सज़ा ! क्यूं चुप है यह समाज और यह जहाँ ! बीत रहे थे
Read Moreकभी -कभी रिश्तों में अलगाव की वजह, इतनी छोटी सी बात से हो जाती है कि समय के साथ -साथ
Read Moreआज फिर रीटा और अभय घर देरी से आए थे ! लक्षमी के देहांत के बाद श्यामलाल बहुत तन्हा और
Read Moreहिन्दी भाषा पे अपनी मान हमें होना चाहिए ! मातृभाषा है हमारी यह समझना चाहिए ! माना अंग्रेजी भाषा भी
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