गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 24/04/2021 ग़ज़ल मुस्कुरा कर प्यार का इजहार कर। इश्क है हमसे जरा इकरार कर।। तू निगाहों को मिला हमसे जरा। बातें तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 26/03/2021 ग़ज़ल दिल नही बस में शरारत देखकर। रंग लिया खुद को मुहब्बत देखकर।। शर्म से चहरा हुआ रूखसार ये। आइने में Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 16/02/202117/02/2021 ग़ज़ल दर्द आँखों ने कह दिया होगा। जब जिक्र प्यार का हुआ होगा।। याद आये होंगे उसे जब तुम। अश्क आँखों Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 24/01/2021 मुकर गया वो कहकर भी यारों मुकर गया वो। वादा खिलाफी मुझसे कर गया वो।। ताउम्र जलती रही शम्मा मगर। जमाने के डर Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 28/11/2020 ग़ज़ल देकर दगा यूं मुहब्बत में फिर गया कोई। किये थे वादे मगर बेवफा हुआ कोई।। गली गली में वो बदनाम Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 23/09/2020 ग़ज़ल पहलू में बैठ कर तेरे मेरे कम़र लिखूं। जी चाहता है आज तुझे रात भर लिखूं।। जो कह दे तू Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 12/07/202013/07/2020 ग़ज़ल खिली हुई है रंगत आहिस्ता से आये हैं। खुमार आँखों में ले नींद से जगाये हैं।। हसींन ख़्वाब हो जैसे Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 22/06/2020 ग़ज़ल हम ठहरते नही फायदा देखकर। ये कदम रुकतें हैं गमजदा देखकर।। यूं तो आँखों में बसती है सूरत तेरी। चाँद Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 24/05/202024/05/2020 ग़ज़ल जो हम आइने में सवरने लगे। हमें देखकर वो मचलने लगे।। नशा इस कदर उनपे छाया के फिर। वो तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 22/04/2020 ग़ज़ल दीद करने न आओ कोई गम नही। दूर से ही मगर गुनगुनाते रहो।। याद आ जाये तुमको कभी तो सनम। Read More