खबर लेके जो आये,ओ बेखबर नजर आये
बेचैनी तभी तक, जब तक नजर आये ओझल हुए जब से, ओ न इधर आये ख्यालों के खीसे से, यहाँ
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Read Moreजीवन में सदा ही बसन्त रहेखुशियों का कोई न अंत रहेउमंग नयी हो तरंग नयी होनव वर्ष में हर्ष अनन्त
Read Moreचुनाव को चटपटा बनाने के लिये देश की सभी पार्टियां देश की जनता को चुनावी चूरन चटा कर चुनाव को
Read Moreजब इस पृथ्वी पर मानव का उदय हुआ तो मानव सर्वप्रथम आदिमानव कहलाया था क्योंकि आदिमानव का मानसिक विकास न
Read Moreबड़ी मुश्किल से यहाँ धसकर निकलते हैंमैदान से अब हुस्न के लश्कर निकलते हैं उठा गुब्बार टापों से घटा काली
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Read Moreचलते चलते देश की सियासत आज ऐसे दो राहे पर आकर खड़ी हो गयी है जहां पर देश तो एक
Read Moreकुदरत जब अपना रौद्र रूप धारण करती है और पूरे मस्ती में आगे बढ़ती है तब हम इंसानों को अपनी
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