नमामि गंगे
मैं नदिया हूँ,चंचल हूँ मैं करती हूँ मनमानी शीतलता देता है मेरा निर्मल बहता पानी हर तरंग मदमस्त उछलती लहरो
Read Moreमैं नदिया हूँ,चंचल हूँ मैं करती हूँ मनमानी शीतलता देता है मेरा निर्मल बहता पानी हर तरंग मदमस्त उछलती लहरो
Read Moreनेता करते हैं यहां, बस अपना उत्थान जनता को ही देखिए, करने सब बलिदान करने सब बलिदान, गिला मत करना
Read Moreपाल पोस कर कर दिया,जिसने वत्स जवान वृद्ध आश्रम छोड़ कर, भूल गया पहचान मात पिता के कर्ज को, सकता
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