कलम उठाई स्याही ने
कलम उठाई है स्याही नेशब्दों की आड़ी तिरछी रेखाएं खींची हमने,अंतर्मन के भावों ने जैसेपूरे कर दिए जैसे हमारे सपने।मन
Read Moreकलम उठाई है स्याही नेशब्दों की आड़ी तिरछी रेखाएं खींची हमने,अंतर्मन के भावों ने जैसेपूरे कर दिए जैसे हमारे सपने।मन
Read Moreतुम्हारे लिए मेरे मन में प्यार दुलार सम्मान पवित्रताऔर अपनापन भी हैफिर भी तुमसे मिलने से डरता हूं,तुमसे नहीं तुम्हारी
Read Moreजन्मदिन पर मेरी है बस यही शुभकामनास्वस्थ, प्रसन्न रहें आप बस यही मनभावनाजिंदगी का सफर हो खुशगवार आपकाजन्मदिन हो आपको
Read Moreहम सभी मानव हैं और आत्ममंथन हमारे जीवन का अहम हिस्सा है।यह अलग बात है कि हम अपनी सुविधा अनुसार
Read Moreजीवन में हां के साथ न कहना भी जरूरी हैयह समय परिस्थिति और आपकीस्व इच्छा पर निर्भर है।संकोच त्याग दीजिएऔर
Read Moreअभी एक साया जाने कहां सेटहलते हुए मेरे पास आकर बोला….हे प्रभु! मुझे पता चला है कि आजआपका शासकीय जन्मदिन
Read Moreहैलो! श्रीवास्तव जीमैं यमलोक से यमराज बोले रहा हूंआपके जन्मदिन परशुभकामनाओं सहित बधाइयों का टोकरा भेज रहा हूंकाम का बोझ
Read Moreहाथों की लकीरों के भरोसे कब तक पानी में लाठी मारकर पानी को चीरने में समय गंवाते रहोगे, अपने भाग्य
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