संवेदन हीन समाज
कल तक सारा गुलशन अपना था अपनापन का सुमन खिला था आज वो बातें हो गई एक कहानी गाँव
Read Moreकल तक सारा गुलशन अपना था अपनापन का सुमन खिला था आज वो बातें हो गई एक कहानी गाँव
Read Moreकिस पर करूँ भरोसा जग में हर कोई है मतलब का यार झूठी दुनियाँ ठग है गुणियाँ झूठों
Read Moreहे प्रकृति तुम्हें प्रणाम तुँ ही रब हो तुम भगवान हवा जल मिट्टी से तन को बनाया अन्तिम दिन शमशान
Read Moreख्वाबों की हँसीन रोशनी में कल्पना को रौशन होने दो हसरत की इस आँगन में सतरंगी रग को भरने दो
Read Moreप्यार आँचल में छुपा कर चले आईये बेकरार है कब से दिल पागल मेरा पथ में कॉटे बिछे हों हजारों
Read Moreएक दिन तुम्हें मेरी प्यार का एहसास जरूर हो जायेगा जिस दिन तुम्हें किसी फरेबी से मुलाकात हो ही जायेगा
Read Moreपीतल को सोना समझने के बाद इन्सान की कीमत बढ़ जाती है शमशान में सोने के पश्चात गुलशन की सुंगध
Read Moreतेरी बिन्दिया यूँ चमकाये तेरी कंगना गीत सुनाये तेरी गजरा घर महकाये मेरी होश हवास खो जाये तेरी आँचल जब
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