रे खग तेरा सुन्दर जीवन
रे खग तेरा सुन्दर है जीवन वर्षा का माह का जैसा सावन ना किसी से कलह ना द्वेष ना ईष्या
Read Moreरे खग तेरा सुन्दर है जीवन वर्षा का माह का जैसा सावन ना किसी से कलह ना द्वेष ना ईष्या
Read Moreजन्म जब लेता है इन्सान सबसे पाता है वो सम्मान जब उम्र की दहलीज चढ़े मन में पाप की ऐब
Read Moreअपने को जग में दिला दो पहचान जब पाया है जग सा उत्तम जहान अच्छे कर्म का तरू पे जब
Read Moreयुद्ध की नहीं ये बुद्ध की है धरती ये धरती है शांति व बलिदान की हर युग में हर काल
Read Moreसमय की प्रवाह संग चलना है आगे ही हर दिन बढ़ना है एक दिन ऐसा भी पल आयेगा
Read Moreजग में गर मंजिल पाना है तो पथ पर चलते ही जाना होगा राहों में ठोकर आये तो भी ठोकर
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