गीतिका/ग़ज़ल *विभा कुमारी 'नीरजा' 23/09/2023 दस्तावेज मेरी किस्मत की लकीरें तेरी हाथों में कहीं तो होगी। मेरी सांसें तेरी धड़कनों में कहीं धड़कती तो होगी। आज Read More
गीतिका/ग़ज़ल *विभा कुमारी 'नीरजा' 12/09/2023 कहीं नहीं सुकुन तलाशते सड़कों पे फिरते हैं लोग सभी खुशियों को समझते है बाजार में मिलती है कहीं ! बचपन खोया Read More
कविता *विभा कुमारी 'नीरजा' 09/09/202309/09/2023 इंतजार शाम का वो दिलकश नज़ारा आप के आने का इशारा । नदी का खूबसूरत किनारा उस पर इन्द्रधनुषी छटा का Read More
कविता *विभा कुमारी 'नीरजा' 26/08/202326/08/2023 तलाश जो चाहा वो पाया जिंदगी में हर सपने हुए पूरे फिर भी सपने के लिए जिंदगी में संघर्ष अभी भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *विभा कुमारी 'नीरजा' 18/08/202318/08/2023 धीरे-धीरे दूर क्षितिज पर सूरज डूबा धीरे – धीरे सागर के आगोश में समाया सूरज धीरे -धीरे ! अभी तलक जो Read More
कविता *विभा कुमारी 'नीरजा' 23/07/202323/07/2023 फितरत बेमानी है रिश्ते सभी अहंकार में रची-बसी स्वार्थ की बगिया है हरी भरी प्रेम की निशा कहीं नहीं ! कहने Read More
कविता *विभा कुमारी 'नीरजा' 28/06/2023 अंधेरा शाम की डोर थामे रात ने दस्तक दी.. दरवाजा खोला तो स्याह अंधेरा था सामने! दिये की लौ थामे मैं– Read More
गीतिका/ग़ज़ल *विभा कुमारी 'नीरजा' 19/06/2023 यकीं करूं तेरे होने पर यकीं करूं या तेरे न होने पर यकीं करूं! ऐ खुदा तू बता जरा मैं किस बात Read More
कविता *विभा कुमारी 'नीरजा' 10/06/2023 मिलन की बेला क्यों है ठहरी-ठहरी -सी ऐ वक्त तू बता जरा ______? सुना है _______! बहुत तेज है रफ्तार तेरी मिलन की Read More
गीतिका/ग़ज़ल *विभा कुमारी 'नीरजा' 03/06/2023 कोई अपना मंजिलें मिले हर किसी को ये मुमकिन नहीं कुछ सफ़र तो उम्रभर खत्म होती नहीं ! हाथों की लकीरों में Read More