जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी: समीक्षा
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी अर्थात जिसकी जैसी दृष्टि होती है, उसे वैसी ही मूरत नज़र
Read Moreजाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी अर्थात जिसकी जैसी दृष्टि होती है, उसे वैसी ही मूरत नज़र
Read More2016 विश्व पुस्तक मेले दिल्ली में सभी धर्मों ,पंथों और मत-मतान्तरों के विभिन्न स्टाल लगे थे। जहाँ एक और मुस्लिम
Read Moreअमीर बनने पर एक मुस्लिम क्या करता है- 1. हज़ जाता है। 2. मदरसा खोलता है। 3. हिन्दुओं को मुस्लिम
Read Moreशंका- वैदिक संध्या प्रात: और सांय दो बार करने का प्रावधान बताया गया हैं। जबकि नमाज़ एक दिन में पांच
Read Moreआज स्वतंत्र भारत होते हुए भी भारतीय इतिहासकार मूलत विदेशी इतिहासकारों और मुग़लों के वेतनभोगी इतिहास लेखकों का अनुसरण करते
Read Moreवेदों के विषय में एक अन्य भ्रान्ति फैलाई जा रही रही है कि आर्य लोग विदेशी (संभवत मध्य एशिया) थे
Read Moreआज गुरु नानक जी का प्रकाश उत्सव है। हर साल की भांति सिख समाज गुरु नानक के प्रकाश उत्सव पर
Read Moreशंका – आजकल विवाह पुर्व युवक युवतिया गर्लफ्रेँड ब्वाँयफ्रेँड बनाते है । इस प्रकार के अमर्यादित असमाजिक रिश्तों पर वेद
Read Moreसीरिया में संघर्ष के चलते लाखों लोग देश छोड़कर पलायन कर रहे हैं। यह जानना बेहद आवश्यक है की पलायन
Read Moreप्रोफेसर आर्य एवं मौलाना साहिब की भेंट आज बाज़ार में हो जाती है। मौलाना साहिब जल्दी में थे बोले की
Read More