माता पिता
नही मात पिता का ध्यान रखा अब पछताते क्या होता । समय का पहिया चलता ऐसा देखो आगे क्या होता
Read Moreबनो तो कृष्ण तुम मेरे, तुम्हारी मैं बनूँ राधा। चढ़ा है प्रीत का पारा, कभी उतरे नही आधा। तुम्ही चातक
Read Moreयहाँ राधा और कृष्ण के बीच हुए संवाद को दर्शाया गया है जहाँ कृष्ण राधा को अपनी व्यथा बता रहे
Read Moreअपने ही आघात दे रहे, आंसू दिन और रात दे रहे। चीर रहे है मां का आंचल, मर्यादा को मात
Read Moreयूँ तुझसे जुदा होकर मुझको, ज्यादा कुछ तो नहीं हुआ, बस थोड़ा सा दिल टूटा है, और लगता है रब
Read Moreबहुत दूर हो तुम नज़रों से दीवारें भी ऊँची-ऊँची है दरवाज़ों पर भी पहरा है आवाज़ भी लाँघ नहीं पाती
Read Moreमैं मिली नहीं खुद से बरसों हो गए । पहचान लेती हूँ दरवाजे से दाखिल होने वाली हवाओं के चेहरों
Read Moreझूठ बोलने से अच्छा है अब तो तुम सच बोलो । कितने राज छिपे हैं दिल में अब तुम सबको
Read Moreजा तो रहे हो तुम चले जाओ शौक से पर कुछ हिसाब है बाकी वो चुका कर जाना कुछ अधूरे
Read Moreमैं हूँ आज की नारी जीती हूँ वर्तमान में लेना चाहती सांस खुली हवा में न छीनो मुझसे मेरा हक़
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