कैसे-कैसे रिश्ते
छिन लिया आसरा पेड़ को कटते देख दूसरे पौधे रो रहे थे कौन समझे इनकी पीड़ा नेक इंसान ही समझते
Read Moreछिन लिया आसरा पेड़ को कटते देख दूसरे पौधे रो रहे थे कौन समझे इनकी पीड़ा नेक इंसान ही समझते
Read Moreहे ईश्वर मुझे अगले जन्म में वृक्ष बनाना ताकि लोगों को औषधियां फल -फूल और जीने की प्राणवायु दे सकूँ
Read Moreपढोगे तो लिखूंगी सुनोगे तो सुनाऊँगी बोलोगे तो बोलूंगी पास आओगे तो कुछ कहूँगी । कभी तो सच का सामना
Read Moreमाँ के कदमों में जन्नत है….. माँ की सेवा ही सबसे बड़ी होती है। माँ के कदमों में छिपी जन्नत
Read Moreजय जय सीताराम, नाम जप लो अनुसारी। रटती रसना नाम, सियापति अवध बिहारी।। राधे राधे श्याम, गीर धरि नख गिरधारी।
Read Moreठीक कहते हो तुम मैं ही तुम्हारे पीछे खिची चली आयी थी तुम छोड़ तो आये थे मुझे लेकिन मैं
Read Moreकुछ रहे ना रहे पर ,उम्मीदों का दिया जलता रहे बाकी ! गिरकर उठने की जद में , स्वाभिमान रहे
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