लघुकथा : ममता की माँ, रिश्ते की बुआ
अभी अभी सुना कि एक और हृदयविशालिता की देवी बिछलाकर अपने ही आँगन में गिर गई। टूट गई उसकी वो
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Read Moreशबाना का शौहर अब्बास जब से बेरोजगार हुआ था मोहल्ले के लम्पट बदमाशों से उसकी दोस्ती गहरी हो गयी थी
Read More#लघुकथा_प्रवृत्ति आज पाचवीं बार विद्यालय की गिरी हुई कोट (खेल मैदान की दीवार) को दीर्धविश्रांति में वह ठीक कर रहा
Read Moreजून की चिलचिलाती धूप में सुधा अभी घर के बाहर पहुँची ही थी कि उसे घर के अंदर से कुछ
Read Moreआज सतीश ने जीवन में पहली बार शराब पी थी और बूढ़ा सतीश शराब के नशे में पलंग पर लेटे-लेटे
Read Moreसघन चिकित्सा कक्ष का दरवाजा खुला और उसमें से डॉक्टर मुखर्जी बाहर निकलते हुए अपने हाथों से दस्ताने खींचते हुए
Read Moreचेतना आज बहुत खुश है, परन्तु उसका दिमाग़ भी ख़लबली मचाए हुए है| लगभग बाईस वर्षों बाद उसके सास-ससुर उसके
Read More“आप अपनी माँ को समझाते क्यों नहीं ,बुढा़पे में भी मियां बीवी प्रेमी युगल की तरह घूमने का कार्यक्रम बना
Read Moreदेर रात फोन करके पूछा -“ क्या कर रही हो जिज्जी ”? पार्वती ने जवाब दिया -“ बखरी में खटोली
Read Moreदो प्रेमी युगल एक पत्रकार युवती,दूसरा फोटोग्राफर युवक सर्द रात के नौ बजे किसी मंदिर की घंटी से खनक रहे
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