खाने को नहीं मिला
दीवार पर स्टाफ सलेक्श्न कमीशन द्वारा सलाना जारी इम्तहानों की टेप से चिपकाई लिस्ट थी और उस दीवार से चिपके
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Read Moreबड़े भोरे भोरे बुढ़ौती में ई टेंघना आज कौन कारज हिला दिए रमई भाई, कोई विशेष प्रयोजन? दुवारा बहारते हुए
Read Moreरवि ने आफिस से आते ही मीरा को तैयार होने को कहा, पास ही माँ भी खड़ी थी। पर रवि
Read Moreउफ् इतनी गर्मी में ट्रेन खड़ी कर दी। आदमी, आदमी की तरह नहीं भेड़-बकरी की तरह ठूँसा पड़ा है, एकदम
Read Moreकितनी अजीब बात है कि घर का कचरा निकालकर यूँ बाहर फेंक देते हैं जैसे अब उसका कोई उपयोग ही
Read Moreमुन्नी की बिदाई हुए बस दो ही दिन गुज़रे हैं। मेहमानों का ताँता अभी ख़त्म भी नहीं हुआ। जलेबी की
Read More: १४जुलाई : उस दिन दोपहर से ही बारिश हो रही थी. उन दिनों मेरा मूड वैसे ही खराब रहता
Read Moreसफेद चमचमाती मेट्रो की खिड़कियों में लगे बड़े बड़े शीशों के भीतर से नीचे सड़क पर दौड़ते वाहनों को बड़े
Read Moreरेवाड़ी के पास का कोई गाँव, कोई इसलिए की नाम जान कर क्या करना| कोविद और दिव्या चचेरे भाई बहन
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