“पर्दा में बेपर्दा” कहानी
अजी, सुन रहे हैं बिहाने बिहाने कहाँ जूता चमका रहे हैं। घर- परिवार, नात- बात, अड़ोसी- पडोसी से भी मतलब
Read Moreअजी, सुन रहे हैं बिहाने बिहाने कहाँ जूता चमका रहे हैं। घर- परिवार, नात- बात, अड़ोसी- पडोसी से भी मतलब
Read Moreदेवम के घर से कुछ दूरी पर ही स्थित है सन्त श्री शिवानन्द जी का आश्रम। दिव्य अलौकिक शक्ति
Read Moreसिम्मी और प्रकाश लन्दन की जानलेवा सर्दी से बचने और छुट्टियाँ बिताने ,मेक्सिको के पूर्वी तट पर बसे शहर कैनकुन चले
Read Moreबात उन दिनों की है जब एक आने के दो समोसे आते थे और एक रुपये का सोलह सेर
Read More—————————————– भागएक ————————————— धाँय ….धाँय ….धाँय ….. तीन गोलियां मुझे लगी, ठीक पेट के ऊपर और मैं एक झटके से गिरा….गोली के झटके
Read Moreमहँग़ाई तो हमेशा ही बढ़ती आई है, सरकार तान्खुआह ना बढाए, बातें होती रहे, कोई मांग मानी ना जाए तो
Read Moreचार दिन के प्रवास पर में दिल्ली आई थी लाजपत नगर के एक होटल में रूकी थी । होटल की
Read Moreयूँ तो कहा जाता है “ सत्य,धैर्य, क्षमा,दया,सहिष्णुता और सेवा भाव मनुष्य के जीवन को गौरव प्रदान करते हैं लेकिन
Read Moreसुहाग-पर्व से एक दिन पूर्व दोपहर को मेरे ब्लॉक की छोटी-बड़ी उम्र की लगभग सारी महिलाएँ सजी-धजीं मेरे बड़े से
Read Moreमुझे राजभाषा अधिकारियों की उस बैठक की अध्यक्षता करने में बड़ी कोफ़्त होती है। “यह धारा तीन तीन का उल्लंघन
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