कहानी : और कहानी पूरी हुई…
“राघव तुम मुझ से प्यार तो करते हो न ?” नमिता ने राघव की आँखों में झांकते हुए पूछा ।
Read More“राघव तुम मुझ से प्यार तो करते हो न ?” नमिता ने राघव की आँखों में झांकते हुए पूछा ।
Read Moreसमय बीत जाता है यादें रह जाती हैं। आज उन्हीं यादों की फहरिस्त में से झबरी की याद आ गई,
Read Moreकितनी गहमागहमी है हर तरफ़। हर कोई अपनी ही धुन में, किसी भी दिशा में भागता हुआ सा। स्टोव की
Read Moreरोज-रोज, सुबह ही सुबह, जोर-जोर से बाँग देकर पुरे गाँव को जगाने वाला मुर्ग़ा दो दिन से न दिखाई
Read More“अरे भाई भोलानाथ कँहा चल दिए इतनी जल्दी में ?” नत्थू ने एक हाथ में रोटी का टिफन दूसरे हाथ
Read Moreनेरुल में जानकी ने समुद्र के किनारे कम्पनी के चार कमरों वाले फ्लेट को अपनी इच्छानुसार व्यवस्थित रूप से सजा
Read Moreमानस पटल पर महाभारत काल की घटना याद आती है जब गुरु द्रोणाचार्य ने उपेक्षित जाति के एकलव्य के हाथ
Read More“अब पोते को पालती, पहले पाली पूत” …वाह! क्या सच्चाई बयान करती कविता है |’ सत्यप्रकाश जी कविता पढकर भाव-विभोर
Read Moreओह! …ब्यूटीफुल! कितना खूबसूरत नजारा है , ऐसा लगता है जैसे मैं किसी और लोक में पहुँच गई हूँ ”
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