पड़ोसी
उन दोनों का नेचर भड़भड़िया है झालर पटाखे माला पटाखे सीरीज पटाखे फोड़ कर फुस्सी बंम खोजते है फुलझड़ी के जल जाने
Read Moreहस्ताक्षर नकली हैं कहने वालो होश में आओ हस्ताक्षर नकली नहीं असली हैं अक्षरों को हमने गीत संगीत लय राग रागनियों ठुमरी
Read Moreबारिश की बहार हो पानी की बौछार हो फुहार हो लेकिन क्या फर्क पड़ता है हाथ में मुवाईल है?
Read Moreबेहतर है वे जो तर है दिमाग से दिल से स्वास्थ्य से शिक्षा से अनुभव से चरित्र से क्या मैं
Read More“भूख “भूखे को भी खा लेती है कविता बन जाती है, दोनों भोजन की तलाश में निकले थे भूखे को
Read Moreतोते को पढ़ाओ तुम कितना भी सिर्फ नकल ही तुम्हारी करेगा । क्योंकि अक्ल की बातें दोनों गुप्त रखते हैं
Read Moreजीवन है दौड़ का एक मैदान, यहां दौड़ता है हर सामर्थ्यवान, उसने खुद भी समझा है, औरों को भी समझाया
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