ग़ज़ल
मिलने की है रात अलग।रब की है सौगात अलग। एक तरफ तन्हाई भी,एक तरफ बरसात अलग। इसकी, उसकी, सबकी पर,तेरी
Read Moreबारिश को अब आने दो।तपती गर्मी जाने दो॥ छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना,जीवन को बच जाने दो॥ ये बादल भी कुछ
Read Moreजाने कहां खो गया वो मेरे दिल में बसेरा करके।दिल मानता नहीं कहता है उसको बुलाया जाए।हंसी पल वो बचपन
Read Moreनींद अब नहीं आती, दिल में उतर गया कोई,चांद है मद्धम मद्धम, आज संवर गया कोई,दिल धड़कता है ,शब ए,
Read Moreमुट्ठीभर धूल हूँ मुझको उड़ा दोबात-बेबात ही कोई सज़ा दो दोष जग में किसी का हो, लेकिनदोष सारा, सुनो, मेरा
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