ग़ज़ल
दिल में अपना ग़म छुपाना सीख लोदर्द में भी मुस्कुराना सीख लो यूं तो दिल में रहतें हैं अपने बहुतदिल
Read Moreहम उन्हें चाहे वो भी हमें चाहें ज़रूरी तो नहीं।बाली है उमरज़ुबाने इश्क़ समझें ज़रूरी तो नहीं। दिल में रहती
Read Moreलगी दिल की मुझे जब से मिलाने आ रहा सावन।उठी है पीर यादों की ,जताने आ रहा सावन। पड़े झूले
Read Moreसंजोए अपने सपनों कि सेज को मैंने बिखरते देखा हैहाथ आई कलम मेरे, जिसे मैंने नित निखरते देखा है हम
Read Moreआँखों ही आँखों में रात देख लीकैसे बदल जाती है बात देख ली सामने से सामना होता नही है अबकैसे
Read Moreबेशर्मी अब ज़ीनत बन गयी, असमत तार तार हुईइस बेढंगी दुनियाँ में देखो , हया यहां बेजार हुई दफ़न हो
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