गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. डी एम मिश्र 13/11/202413/11/2024 ग़ज़ल अपने ही घर में कोई मुझे जानता नहींमेआर मेरा क्या है कोई देखता नहीं कैसे कहूँ नज़रों का ये उसके Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम' 10/11/202410/11/2024 दोहा गीतिका जाग्रत जीवन-ज्योति कर, जग में करें धमाल।जगती के जीवन बनें, नहीं किसी को साल।। सब जाते निज राह में, एकांतिक Read More
गीतिका/ग़ज़ल *सतीश बंसल 08/11/202408/11/2024 ग़ज़ल मौत के बिन ही मर के मत बैठोहाथ पे हाथ धर के मत बैठो जब तलक जान शेष है तब Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. ओम निश्चल 08/11/202408/11/2024 ग़ज़ल कैसा दिखता है अंतरालों मेंउम्र के साथ श्वेत बालों मेंढूंढते हम रहे जवाब सदापर भटकते रहे सवालों मेंकैसे हम अनुष्ठान Read More
गीतिका/ग़ज़ल बलविन्दर ‘बालम’ 08/11/202408/11/2024 ग़ज़ल किस ने आग लगाई है इधर-उधर-इधर।दंगाई दंगाई है इधर-उधर-इधर। रिश्वत लेता मगर सुराख़ कोई ना छोड़े,चर्चा में सच्चाई है इधर-उधर-इधर। Read More
गीतिका/ग़ज़ल बलविन्दर ‘बालम’ 08/11/202408/11/2024 ग़ज़ल सापों को दूध पिलाया ये पागल है।तू यह क्या चांद चढ़ाया ये पागल है। पहले इस सम्मेलन में प्रधान बड़े,किस-किस Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 07/11/202407/11/2024 ग़ज़ल सुब्ह है इस प्रकार से अच्छीधुंध है अंधकार से अच्छी मत उतरना कि डूब जाओगेये नदी आर-पार से अच्छी कब Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. विजय कुमार सिंघल 07/11/202407/11/2024 ग़ज़ल कभी सपनों से बाहर भी आया करोहर दिन-रात मुझको सताया करो साथ हमने बिताये सुनहरे जो पलउन पलों को कभी Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमेश मनोहरा 07/11/202407/11/2024 गज़ल समेत लीजिये अब तो सब शूल मियांफिर बिछावे आप राहों में फूल मियां दीजिये अब ताजगी भरी आबोहवारही जीवन में Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 06/11/202406/11/2024 ग़ज़ल चाँदनी खुद में सिमटती जाएगीरात रफ्ता-रफ्ता ढलती जाएगी गर्मी-ए-एहसास की लौ तो दिखारिश्तों पे जमी बर्फ गलती जाएगी मोम के Read More